यह शोध लेख हरियाणा राज्य के जिला महेन्द्रगह के कृषि क्षेत्र में हुए विकास का एक विश्लेषणात्मक अध्ययन है । हरियाणा प्रदेश की स्थापना के बाद हरियाणा के साथ-साथ जिला महेन्द्रगढ ने भी कृषि उत्पादन में लगातार बढ़ोतरी की है । इसके लिए हरियाणा सरकार ने जिले में हरियाणा लैण्ड एण्ड री-क्लेमेसन एण्ड डेवलमैण्ट कॉपरेटिव लिमिटिड, चण्डीगढ के माध्यम से जिले की भूमि को कृषि योग्य बनाया गया । हरित क्रान्ति आने के पश्चात् जिले में आधुनिक तकनीक से निर्मित औजार प्रयोग किये गए, सिंचाई-परियोजनाओं के द्वारा भी कृषि भूमि को लगातार सिचिंत किया गया । इसके अतिरिक्त जिले के जमींदारों व किसानों के द्वारा किए गए प्रयासों से भी कृषि उत्पादन लगातार वृद्धि हुई । जिसके परिणामस्वरूप जिले के कृषि उत्पादन में वर्ष 966 से 978 तक 46 प्रतिशत की वृद्धि हुई ।