झारखंड की आदिवासी महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक स्थिति का अध्यियन | Original Article
जनजातिय क्षेत्रों में औद्योगिकरण का विस्तार जिसके परिणाम रूवरूप परिवर्तन की दो तरह की ग्रक्रिया अर्थात बाहरी लोगों का जनजातीय क्षेत्र में आप्रवासन और जनजातीय लोगों का शहरी क्षेत्र में स्थानांतरण हुआ आजीविका की तलाश में हर साल शहरी और महानयरीय क्षेत्र में जनजातीय लोगों का एक समूह ग्रवेश करने लगा। ऐसी (स्पिट है कि समूहों में महिलाओं को खाड़ी देशों नेपाल और अन्य बाजारों में ठेकेदारों द्वारा ले जाया जाता है जहां जाना घातक साबित होता है। इस ग्रकार प्रवास की दो तरह की ग्रक्रिया ने आगे चलकर आदिवासी महिलाओं की स्थिति को उनके पुरुष लोग की तुलना में अधिक गिरावट दी है। महिलाओं की समस्याएं काफ़ी हद तक आदिवासी क्षेत्रों में बड़े पैयाने पर भूमि अलयाव से जुड़ी हैं। इस अध्य यन में झारखंड की आदिवासी महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक स्थिति का अध्य यन किया गया है