अकबर और मुगल राज्य व्यवस्था के विकास का अध्ययन | Review Article
अकबर का शासन मुग़ल साम्राज्य की व्यवस्था के विकास का महत्वपूर्ण पारिप्रेक्ष्य था। उन्होंने तंत्रीकृत शासन पद्धति को अपनाया और धर्मिक सहमति को प्रोत्साहित किया। उनका सम्राज्य प्रशासकीय और सामाजिक सुधारों का केंद्र था, जिसने साम्राज्य की समृद्धि और सांस्कृतिक विकास को प्रोत्साहित किया। उनकी राजनीतिक दक्षता, धार्मिक सहमति की कवायद, और विभिन्न सामाजिक वर्गों के साथ समझबूत संबंधों ने उनके शासनकाल को एक समृद्धि और सांस्कृतिक उत्थान के रूप में बनाया।