हरियाणवी सांग परंपरा के प्रमुख लोक गायक
Exploring the Enchanting Folk Music Tradition of Haryana
by Sunil Kumar*,
- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540
Volume 16, Issue No. 2, Feb 2019, Pages 139 - 141 (3)
Published by: Ignited Minds Journals
ABSTRACT
संगीतक, सांग या स्वांग को हरियाणा का कोमी नाट्य कहा जा सकता है। जनरंजनकारी यह विधा हरियाणा के लोकमानस पर जादू का प्रभाव डालती है। इसके मंच के चारों ओर बैठे दर्शक रागनियों की स्वर-लहरियों में एवं वाद्य संगीत कथा को देखसुन कर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं यदि हम इसके नाम के ऊपर चर्चा करें तो हमें विभिन्न विद्वानों के द्वारा उनके अनेक नाम प्राप्त होते हैं। डॉ शंकर लाल यादव सांग या सांगीत को संगीत का ही फूहड़ रूप मानते हैं।[1]
KEYWORD
हरियाणवी सांग परंपरा, लोक गायक, संगीतक, स्वांग, हरियाणा, कोमी नाट्य, जनरंजनकारी, लोकमानस, रागनियों, वाद्य संगीत