डॉक्टर राही मासूम रज़ा के उपन्यासों में निरूपित धर्म
Exploring the religious consciousness in the novels of Dr. Rahi Masoom Raza
by Manoj Kumar*,
- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540
Volume 16, Issue No. 2, Feb 2019, Pages 386 - 388 (3)
Published by: Ignited Minds Journals
ABSTRACT
धर्मिक चेतना का मुख्य कार्य समाज के सामने धर्म का वास्तविक स्वरूप प्रस्तुत करता है। जिससे धर्म का सही अर्थ जान सकें। हिंदी साहित्य में कई साहित्यकारों ने साहित्य के माध्यम से समाज सुधार का पवित्र कार्य किया। राही मासूम रज़ा भी इस प्रकार के धार्मिक प्रभाव से अछूते नहीं थे, इसलिए ‘राही’ की धार्मिक भावना धर्मनिरपेक्ष है। उनके उपन्यासों के सभी चरित्र धार्मिक चेतना से भरे हैं।
KEYWORD
डॉक्टर राही मासूम रज़ा, धर्म, सामाज सुधार, हिंदी साहित्य, धार्मिक भावना, उपन्यास, चरित्र, साहित्यकारों, धार्मिक प्रभाव