बीसवीं सदी के अन्त में भारत-भूटान संबंध: एक अध्ययन
भारत-भूटान संबंध: बीसवीं सदी के अंत में
by Sudhir Kumar*,
- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540
Volume 16, Issue No. 2, Feb 2019, Pages 575 - 576 (2)
Published by: Ignited Minds Journals
ABSTRACT
भारत भूटान को एक स्वतंत्र देश के रूप में बनाये रखना चाहता है। भारत की पहल पर ही भूटान सन् 1971 में संयुक्त राष्ट्र का सदस्य बना। सन् 1973 में वह निर्गुट आंदोलन में सम्मिलित हुआ। भूटान सार्क का भी सदस्य है और वह दक्षिणी एशिया में डाक सेवाओं में सहयोग संबंधी समिति का अध्यक्ष है। सन् 1977 में भारत भूटान के राजदूतावास का नयी दिल्ली में दर्जा बढ़ा दिया।
KEYWORD
बीसवीं सदी, अन्त, भारत-भूटान संबंध, स्वतंत्र देश, संयुक्त राष्ट्र, निर्गुट आंदोलन, सार्क, डाक सेवाओं, दाक सेवाओं में सहयोग संबंधी समिति, राजदूतावास