संस्कृत नाटकों में नारी
The Role of Women in Sanskrit Plays
by Suman .*,
- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540
Volume 16, Issue No. 2, Feb 2019, Pages 935 - 939 (5)
Published by: Ignited Minds Journals
ABSTRACT
भारतीय नारी इतिहास का अभिन्न अंग है। नर-नारी सामाजिक जीवन रूपी रथ के दो समान महत्वपूर्ण पहिये है, जो एक के बिना दूसरा अर्पूण है। दोनों की प्रकृति और कृति भिन्न हो सकती है, लेकिन दोनों का लक्ष्य भिन्न नहीं हो सकता।
KEYWORD
संस्कृत नाटक, नारी, भारतीय नारी, नर-नारी सामाजिक जीवन, कृति