भरतपुर जिलें में जल जनित रोगों में मलेरिया की सापेक्षित स्थिति का अध्ययन
भरतपुर जिले में जल जनित रोगों की सापेक्षित स्थिति और मलेरिया: भौगोलिक अध्ययन
by Devendra Kumar Sharma*,
- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540
Volume 16, Issue No. 2, Feb 2019, Pages 1503 - 1507 (5)
Published by: Ignited Minds Journals
ABSTRACT
प्रस्तुत शोध पत्र “भरतपुर जिले में जलजनित रोगों में मलेरिया का भौगोलिक अध्ययन“ से संबंधित है। भरतपुर जिला राजस्थान के पूर्वी क्षेत्र में स्थित है, इसे पूर्व (राजस्थान) के सिंहेश्वर के रूप में भी जाना जाता है। भौगोलिक दृष्टि से, भरतपुर जिला इसकी विशेष परिस्थितियों में से एक है। भरतपुर। बारिश के मौसम के बाद मौसम में बदलाव के कारण जिले के लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में हैं। यही कारण है कि आरबीएम जिला अस्पताल में खांसी, जुकाम, बुखार, डेंगू और मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ी है। सामान्य दिनों की तुलना में RBM जिला अस्पताल का आउटडोर लगभग 25 बढ़ गया है। भरतपुर जिला स्वास्थ्य रैंकिंग में पिछड़ गया है। यह राज्य में कांस्य श्रेणी के 12 जिलों में 10 वें स्थान पर भी है। मलेरिया आदि से घिरे जिले में चिकित्सा व्यवस्था बिगड़ गई है, जिसमें सुधार नहीं हो रहा है। जिले में अब तक 403 डेंगू पॉजिटिव मरीज मिले हैं। साथ ही 269 मलेरिया के मरीज, 10 स्वाइन फ्लू के मरीज पाए गए हैं। अतः इस शोध पत्र में भरतपुर ज़िले में जल जनित रोगों में मलेरिया की स्थिति, कारण , प्रभाव एवं उपायों की समीक्षा की गई है।
KEYWORD
भरतपुर जिला, जल जनित रोग, मलेरिया, भौगोलिक अध्ययन, मौसमी बीमारियाँ