काम का अधिकार एवम भारत सरकार की योजनाएं एवं अधिनियम : एक विवेचना
A Study on the Rights of Work and Government Schemes and Laws in India
by शिव प्रताप यादव*,
- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540
Volume 16, Issue No. 4, Mar 2019, Pages 11 - 13 (3)
Published by: Ignited Minds Journals
ABSTRACT
प्राचीन भारत के कानून-दाता मनु ने आदेश दिया कि राजा को अपने सभी विषयों का समर्थन करना चाहिए क्योंकि धरती सभी प्राणियों के लिए भेदभाव के बिना कार्य करती है। महाकाव्य महाभारत का उल्लेख है कि राजा को अपनी न्यूनतम जरूरतों को पूरा करके अक्षम, असहाय, अनाथ, विधवाओं, आपदाओं के पीड़ितों और गर्भवती महिलाओं के कल्याण की देखभाल करनी चाहिए। भारतीय इतिहास की मध्ययुगीन काल के सबसे महान अर्थशास्त्री कौटिल्य ने कहा, उनके विषयों की खुशी में राजा की खुशी है, उनके कल्याण में उनके कल्याण में ... महात्मा गांधी ने काम को सही से कर्तव्य के रूप में देखा।
KEYWORD
काम का अधिकार, भारत सरकार, योजनाएं एवं अधिनियम, मनु, महाभारत, कल्याण, अनाथ, भारतीय इतिहास, कौटिल्य, महात्मा गांधी