दलित साहित्य के इतिहास पर एक अध्ययन
A Study on the History of Dalit Literature
by Gargi Prajapati*, Dr. Rajesh Kumar Niranjan,
- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540
Volume 18, Issue No. 4, Jul 2021, Pages 716 - 720 (5)
Published by: Ignited Minds Journals
ABSTRACT
दलित साहित्य दलितों द्वारा उनके जीवन के बारे में लिखा गया साहित्य है। दलित साहित्य 1960 के दशक में मराठी भाषा में उभरा, और यह जल्द ही बांग्ला, हिंदी, कन्नड़, पंजाबी, सिंधी और तमिल भाषाओं में कविताओं, लघु कथाओं जैसे आख्यानों के माध्यम से प्रकट हुआ। और आत्मकथाएँ, जो वास्तविकता और दलित राजनीतिक परिदृश्य के उनके स्पष्ट चित्रण के कारण बाहर खड़ी थीं। दलित साहित्य ने मुख्यधारा के मराठी साहित्य द्वारा जीवन के तत्कालीन प्रचलित चित्रण की निंदा की।
KEYWORD
दलित साहित्य, जीवन, लिखा गया साहित्य, मराठी भाषा, बांग्ला, हिंदी, कन्नड़, पंजाबी, सिंधी, तमिल भाषा, कविताएँ, लघु कथाएं, आत्मकथाएँ, वास्तविकता, दलित राजनीतिक परिदृश्य, मराठी साहित्य, चित्रण, निंदा