नई शिक्षा नीति के भविष्योन्मुखी प्रभाव (स्कूल शिक्षा के सन्दर्भ में)
 
डॉ. विकाश कुमार मिश्रा1*, डॉ. राम जी पाण्डेय2
1 अतिथि प्राध्यापक-राजनीति विज्ञान, शासकीय नवीन महाविधालय, वेंकटनगर
ईमेल - vikash28mishra@gmail.com
2 अतिथि प्राध्‍यापक-भूगोल, शासकीय नवीन महाविधालय, वेंकटनगर
ईमेल - ramrewa82@gmail.com
सारांश - नई शिक्षा नीति को विश्व स्तर पर रोजगार मूलक बनाने की दृष्टि से बनाया गया हैं। भारत में सभी के उददेश्य है यह ऐसी शिक्षा नीति है। जिसमें देश के विकास सम्बन्धी सभी अनिवार्य आवश्यकताओं को मूल बिन्दु में रखा गया हैं। यह नीति हमारी प्राचीन भारतीय ज्ञाान परम्परा की पृष्ठभूमि के साथ तैयार की गई है। जिससे हम अपनी संस्कृति की जड़ो से जुडकर वैश्विक स्तर पर ज्ञानवर्धन कर सकें।
कीवर्ड - शिक्षा नीति, भविष्योन्मुखी प्रभाव, स्कूल शिक्षा
प्रस्तावना
राष्ट्रीय शिक्षा नीति का लक्ष्य छात्रों को केन्द्र में रखते हुए शिक्षा में बदलाव लाना हैं। इस शिक्षा आयोग द्वारा सम्पूर्ण भारत में एक शिक्षा प्रणाली की संकल्पना की गई हैं। यह नीति NEP (1966) और न्यायमूर्ति जे.एस.वर्मा आयो(2012) की सिफारिशों के साथ साथ पिछली शिक्षा नीति 1986,1992 में संशोधन पर आधारित हैं। यह सरकार का एक बड़ा कदम हैं जिसमें समानता, गुणवत्ता और मजबूत मूलभूत शिक्षा सुनिश्चित करके छा़त्रों कें समग्र विकास पर बल दिया है। प्राथमिक शिक्षा स्तर छात्रों की नींव बनानें का स्तर है,जो बालक के भविष्य को निश्चित करता हैं।
अध्ययन का उददेश्य
नई शिक्षा नीति का भविष्य स्कूलों में किस प्रकार होगा-का अध्ययन, इस शोध पत्र में किया गया हैं।
शोध पत्र क्रियाविधि
शोध पत्र में विश्लेषणात्मक आलोचनात्मक, व्याख्यात्मक,वर्णनात्मक विधियों द्वारा प्राथमिक एवं द्वितीय स्रोत के द्वारा अध्ययन किया जायेगा।
साहित्य समीक्षा
नई शिक्षा नीति पर अनेक लेख प्रकाशित हुए जिनमें प्रमुख अतुल कोठारी, प्रो. हवाईडेड हैं। पवित्र कुमार शर्मा, प्रकाश कुमार इत्यादि की पुस्तकें पत्रिकाएं महत्वपूर्ण हैं। किन्तु NEP020 का स्कूल शिक्षा के संबंध में उददेश्‍य और उसके प्रभाव का वर्णन एक साथ नही किया गया। इस शोध पत्र का उददेश्‍य स्कूल शिक्षा के भविष्य एवं छात्रों कें भविष्य पर NEP2020 के प्रभाव का अध्ययन करना हैं
नई शिक्षा नीति 2020 का स्कूल शिक्षा में प्रभाव
नई शिक्षा नीति शैक्षणिक संस्थाओं के लिए एक नई दृष्टि लेकर बहुत सारे सुधारो और एजेेन्डों के बीच हमारे सामन प्रस्तुत है। इस नीति के द्वारा शिक्षा प्रदान करने के तरीको से लेकर शिक्षा के पाठ्यक्रम को बदलने की आमूलचूल रुप रेखा तैयार की है। जिससे शिक्षा के क्षेत्र में नए अवसर पैदा होगे तथा प्रत्येक भारतीय बच्चे को उच्च गुणवत्ता वाली न्याय संगत शिक्षा प्राप्त होगी। भारतीय स्कूली शिक्षा पर NEP2020 का प्रभाव-इसके तहत पाठयक्रम और शिक्षा शास्त्र की संरचना में बदलाव शामिल है।
यह 5+3+33+4 है जो 5 (बुनियादी)+3(प्रारम्भिक)+3(मघ्य)+4(माघ्यमिक) स्तर तक विस्तारित हैं।
इस नीति का लक्ष्य है कि 2020 तक हर बच्चों को 3 से 18 साल की उम्र में सरकारी या निजी स्कूलों के माध्यम सें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त होगी।
शैक्षणिक प्रणाली का प्रवेश और निकास आधारित बनाकर 3.22 करोड़ से अधिक स्कूल न जाने वाले बच्चों को अधिकारिक रुप से शिक्षा प्रणाली में लाया जायेगा।
सामाजिक और आर्थिक रुप सें पिछडे़ समूहों में कम छात्र बाहर निकलेंगे- नई शिक्षा नीति 2020 के लागू होने के बाद कम ड्राप होगें क्योकि सामाजिक और आर्थिक रुप से पिछड़े समूहों और छात्रों के लिए विशेष शिक्षा का प्रावधान किया गया हैं।
इस नीति का सबसे महत्वपूर्ण प्रभाव छात्रों की सीखनें की क्रिया पर पड़ेगा। यह दोषपूर्ण रटने की प्रणाली को खत्म कर अनुभवात्मक शिक्षण पद्वति पर जोर देती है। परिणामस्वरुप शैक्षणिक प्रणाली नई पाठचर्या और तकनीकी प्रगति को शामिल करन में सक्षम होगी जो छात्र केन्द्रित मॉडल और ब्यक्तिगत मॉडल में परिवर्तन लाएगी।
नई शिक्षा नीति भविष्य की नौकरियो के लिये कौशल विकसित करने की प्रणाली को अपनाया गया है। ताकि बच्चे कम उम्र में संज्ञानात्मक कौशल 21 वीं सदी कौशल ,गणितीय ,कम्प्यूटर जैसे महान कौशल सीख रहे है।
नई शिक्षा नीति का मूल है कि ऐसा कौशल विकसित किया जाये जो ऐसा कार्य बल तैयार करेगा जो भविष्य सुरक्षित करते हुये भविष्य की नौकरियो की बदली मांगो को पूरा करने में अक्षम होगा ।
नई शिक्षा नीति 2020 में शिक्षण सीखने की प्रक्रियाओं को बढ़ाने के लिये वार्षिक परीक्षाओ को रचनात्मक मूल्यांकन प्रणाली की ओर स्थानान्तरित किया गया है।
छात्र कई तरीको से योग्यता प्रदर्शित कर पायेंगे क्योंकि ये परीक्षा के बारे में कम चिंतित होगे । पूरे वर्ष मूल्यांकन के साथ अपनी क्षमताओं के अनुसार उन्हेाने जो सीखा है, उसे प्रदर्शित करने में सक्षम होगे। इसका प्रभाव प्रदर्शात्मक शिक्षा और 10वी कक्षा में कम जोखिम वाले बोर्ड परीक्षण पर भी अधिक केन्द्रित होगा ।
सभी शिक्षकों को 10 वर्षो में प्रशिक्षित कर पेशेवर रूप में विकसित करना वर्ष 2023 तक छम्च् का लक्ष्य है । यदि इसे व्यवहार में लाया जाये तो आंगनवाडी स्तर से लेकर माध्यमिक विद्यालय में सभी शिक्षक के पास आवश्यक योग्यताए होगी और वे समान पेशेवर मानको का पालन करेंगें जो वर्तमान समय में प्रासंगिक है। इसके अलावा LEAD , डटेक जो NEP 2020 प्रभाव के अनुसार समाधान और सेवायें प्रदान करता है प्रासंगित है। जो छात्रो की मदद के लिये डिजाइन किये गये है। ये खुद को नये बदलाबो के साथ अपडेट रखता है।
LEAD में अन्तर्राष्टीªय मानक पाठ्यक्रम में सिंगापुर और अमेरिका की शिक्षा प्रणाली के साथ मिलाया गया है जो छा़त्रो को अधिक आत्म विश्वासी और भविष्य के लिये एकीकृत छात्र केन्द्रित एप्लीकेशन मॉडल पर आधारित है।
स्मार्ट क्लास रूम - इन्टेªक्टिव सीखने का मार्ग प्रशस्त करते है ये छात्रो की परम्परागत शिक्षा के विकषित स्मार्ट क्लास रूम वैचारिक समक्ष को मजबूत बनाता है। क्यो कि वे छात्रो में जिज्ञासा विकसित करते है और सीखने को रोचक बनाते है।
निष्कर्ष
NEP के प्रभाव से भारत में स्कूली शिक्षा में सकारात्मक बदलाव लायेगें क्योकि ये लम्बे समय से प्रतिक्षित थे और भविष्योन्मुखी शिक्षा प्रणाली में योगदान देगें।
सुपर शिक्षक:- LEAD शिक्षक प्रमाणिक -इसके पास दृश्य, श्रव्य, संसाधन और प्रशिक्षण संसाधनो, पाठ योजनाएं टैबलेट से लैस हैं। ये संसाधन और उपकरण शिक्षक को सुपर शिक्षक बनने में सक्षम बनाते है।
LEAD का कोडिंग और कम्प्यूटेशनल कौशल प्रत्येक छात्र को साफ्टवेयर का उपयोग करने तार्किक और कम्प्यूटेशनल रुप से सोचने और सक्षम बनाने मे सक्षम बनाता है।
उपसंहार
इस प्रकार स्पष्ट है कि नई शिक्षा नीति भारतीय स्कूली शिक्षा में परिवर्तनकारी बदलाव लाने की एक सक्षम नीति है। इसका उद्देश्य सभी छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली और समान शिक्षा प्रदान करना है। जो भारत सरकार का सराहनीय कदम है। इस नीति को अगर तरीके से क्रियान्वित किया जाय तो यह निश्चित ही भारत में शिक्षा का भविष्य अविस्मणीय क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकेगी।
सन्दर्भ ग्रंथ
1. उच्च शिक्षा की दशा एवं दिशा............अतुल कोठारी
2. शिक्षा के उद्देश्य....................................प्रो0 हवाईडेड
3. उच्च शिक्षा में गुणवत्ता और स्वायत्ता................................
4. शिक्षा कैसी हो.............................................पवित्र कुमार शर्मा
5. नए भारत की नींव.........................................................
6. नई शिक्षा नीति 2020...............................अवनीश कुमार सिंह
7. नई राष्टीªय शिक्षा नीति.............................गीता बुद्वि राजा
8. नेट से प्राप्त जानकारी के आधार पर