वैदिक काल में विवाह पद्धति
by Jamuna Lal Meena*,
- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540
Volume 6, Issue No. 11, Jul 2013, Pages 1 - 8 (8)
Published by: Ignited Minds Journals
ABSTRACT
विवाह की अवधारणा-विवाह एक सर्वव्यापी और सार्वभौम संस्था है, जो सभी समाजों में विद्यमान है। असभ्य और सभ्य तथा आदिम और आद्युनातन जैसे समाज विवाह-संस्था से सम्बन्ध रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि विवाह संस्था की प्रतिष्ठा क्रमिक विकास का परिणाम है।
KEYWORD
वैदिक काल, विवाह पद्धति, अवधारणा, सर्वव्यापी, सार्वभौम, सस्था, सभ्यता, समाज, प्रतिष्ठा, क्रमिक विकास