नरेन्द्र कोहली के तोड़ो कारा तोड़ो का विश्लेषणआत्मक अध्यन
विश्लेषणात्मक अध्ययन के संदर्भ में नरेंद्र कोहली के तोड़ो कारा तोड़ो
by Manoj Tiwari*,
- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540
Volume 11, Issue No. 21, Apr 2016, Pages 0 - 0 (0)
Published by: Ignited Minds Journals
ABSTRACT
भूमंडलीकरण की 21वी सदी में वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाली पीढ़ी के लिए “तोड़ो कारा तोड़ो” एक नया मार्ग दर्शन स्थापित करती है, जिसका प्रस्थान बिंदु है- विवेकानंद का व्यवहारिक दर्शन| आत्मिक विकाश के लिए सामाजिक धार्मिक रूडीयोऔर जड़ताओ को दूर करना आवश्यक है|
KEYWORD
नरेंद्र कोहली, तोड़ो कारा तोड़ो, विश्लेषणात्मक अध्ययन, भूमंडलीकरण, पहचान, वैश्विक स्तर, पीढ़ी, मार्ग दर्शन, विवेकानंद, व्यवहारिक दर्शन, आत्मिक विकास, सामाजिक धार्मिक रूड़िया, जड़ताव, विश्लेषण, विकास, विश्वकोष, कैश, तोड़, कारा