रस-सिद्धान्त का अन्य काव्यशास्त्रीय सिद्धान्तों के साथ सम्बन्ध

अन्य सम्प्रदायों के साथ रस-सिद्धान्त की चर्चा

by Hargian .*, Gobind Dawedi,

- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540

Volume 12, Issue No. 2, Jan 2017, Pages 947 - 951 (5)

Published by: Ignited Minds Journals


ABSTRACT

काव्यशास्त्रा के विद्यार्थी को रस-सिद्धान्त की जानकारी के लिए यह जानना आवश्यक है कि रस के साथ वातावरण या समकालीन काव्यशास्त्रीय सिद्धान्तों (वादों) का भी ज्ञान हो। इस अध्याय में रस का अन्य सम्प्रदायों ध्वनि और रस, रीति और रस, अलंकार और रस, वक्रोक्ति और रस तथा औचित्य और रस संबंधों पर चर्चा की गई है।

KEYWORD

रस-सिद्धान्त, काव्यशास्त्रीय सिद्धान्त, वातावरण, समकालीन काव्यशास्त्रीय सिद्धान्त, ध्वनि, रीति, अलंकार, वक्रोक्ति, औचित्य