बाड़ादेओ (देवता) और माहूनाग देवता का आपसी सम्बन्ध एवं इनसे सम्बन्धित देव संगीत में समानता

उत्तराखण्ड के शैल-शिखर और देव संगीत का सम्बन्ध

by Dr. Kirti Garg*,

- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540

Volume 14, Issue No. 1, Oct 2017, Pages 778 - 780 (3)

Published by: Ignited Minds Journals


ABSTRACT

शास्त्रों में वर्णित उत्तराखण्ड जहाँ का शैल-शिखर कैलाश पर्वतस्वर्ण, चाँदी एवं विभिन्न प्रकार के अमूल्य पदार्थों का अदभुत एवं विशाल भण्डार अपने विशाल हृदय में संजोय हुए है, जहाँ पर शीतल-निर्मल जल की नदियाँ कल-कल बहती हैं, जहाँ पर शीतल तथा उष्ण जल के विभिन्न छोटे-बड़े जलाशय व झरने बहते हैं, जहाँ पर विभिन्न प्रकार के वृक्ष अपनी मनमोहक सुगन्ध बिखेरतेहैं, जो ऋषि-मुनियों की तपोभूमि है, जहाँ पर पाँडवों ने अज्ञातवास में भ्रमण किया, जहाँ देवी-देवताओं की पूजा-उपासना घर-घर में की जाती है, जहाँ की संस्कृति अपना एक अनूठा स्थान रखती है--- यही है हमारा समृद्ध ‘हिमाचल’।

KEYWORD

बाड़ादेओ, माहूनाग, देवता, देव संगीत, उत्तराखण्ड