शिक्षा कार्यक्रम हेतु महत्वपूर्ण मानवाधिकारों का चयन

Importance of Selecting Fundamental Human Rights for Educational Programs

by Niharika Kumari*,

- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540

Volume 14, Issue No. 2, Jan 2018, Pages 1963 - 1971 (9)

Published by: Ignited Minds Journals


ABSTRACT

मानव ने प्राचीन काल से ही अपनी बौद्धिक चातुर्यता के बल पर विकास यात्रा प्रारम्भ की है, जिसमें शिक्षा मानव विकास का मूल साधन है। वैसे भी शिक्षा किसी राष्ट्र के विकास व प्रगति का संकेतक होती है जो उसे सभ्य, सुसंस्कृत एवं योग्य नागरिक जैसे गुणों से सुशोभित करती है। प्रसिद्ध दार्शनिक प्लेटो भी कहते हैं कि- “शिक्षा वह सर्वोत्तम एवं सुन्दर वस्तु है जिसे विश्व के सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति प्राप्त करते हैं अर्थात मनुष्य को सच्चे अर्थों में मानव बनाने वाली शक्ति का नाम शिक्षा है।” इस प्रकार शिक्षा मनुष्य के सर्वांगीण विकास के लिए संजीवनी बूटी के रूप में कार्य करती है। चूँकि समाज के प्रत्येक व्यक्ति की प्रगति का प्रमुख आधार शिक्षा ही है। अतः प्रगतिशील समाज की उन्नति के लिए आवश्यक है कि शिक्षा के प्रत्येक स्तर पर शैक्षिक प्रक्रिया मूल्य आधारित होनी चाहिए। दूसरी तरफ समाज और व्यक्ति दोनों के लिए शिक्षा ही वह साधन है जिसके द्वारा आदर्श नागरिकों के निर्माण की नींव रखी जाती है। 1968 और 1986 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी इन्हीं तत्वों के विकास पर बल डाला गया है। वैसे भी मानवाधिकार शिक्षा एक ऐसी शिक्षा है, उसके द्वारा मानव मूल्यों और ज्ञान दोनों का ही सृजन होता है। जब हम उच्च प्राथमिक स्तर की बात करते हैं तो इस स्तर पर अधिगमकर्ता में विश्लेषणात्मक बुद्धि का विकास होने लगता है तथा ज्ञान के साथ-साथ चिंतन की गहन प्रक्रिया भी आरंभ होने लगती है। वैसे भी चिंतन एक ज्ञानात्मक प्रक्रिया है। इसी प्रकार जब हम माध्यमिक शिक्षा के बारे में बात करते हैं तो ये शिक्षा की वह कड़ी है जो बालक के सर्वांगीण विकास की नींव रखती है तथा समेकित विद्यालयी शिक्षा माध्यमिक शिक्षा का अंतिम पड़ाव कहलाता है जहाँ पर सभी विद्यार्थियों की मनोवैज्ञानिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर एक समान पाठ्यचर्या एवं पाठ्यक्रम निर्धारित होता है।

KEYWORD

शिक्षा कार्यक्रम, महत्वपूर्ण मानवाधिकार, विकास, शिक्षा, सभ्यता, नागरिक, प्रगति, शैक्षिक प्रक्रिया, मानवाधिकार शिक्षा, विद्यार्थियों