उपन्यास: साहित्य की प्रमुख गद्य विधा
गद्य विधाओं में उपन्यास: एक सामाजिक विश्लेषण
by Gourav Kumar*,
- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540
Volume 15, Issue No. 5, Jul 2018, Pages 600 - 602 (3)
Published by: Ignited Minds Journals
ABSTRACT
साहित्य की प्रमुख गद्य विधाओं में उपन्यास भी एक है। यह साहित्य का प्रमुख अंग है। यह साहित्य का नया अंग ओने के बाद जन साधारण के बीच लोकप्रिय है। उपन्यास में कथा होती है, घटनाएँ होती हैं, कल्पनाएँ, यथार्थ आदि का समावेश होता है। मशीनी युग में, भारतीय जन जीवन के बीच, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक अनेक समस्याएं अपना मुंह खोले बैठी थी। गाँधीवादी विचारधारा से प्रेरित होकर उपन्यासकार भी समाज की सुधारवादी नीति को अपनाकर सामाजिक समस्याओं को अपनी कलाकृतियों में प्रस्तुत करने लगा। इन समस्याओं में दहेज प्रथा, बाल-विवाह, जमींदारी-प्रथा को प्रस्तुत किया गया। उपन्यासकारों की नजर में इन समस्याओं का सृजन व्यक्ति न होकर समाज है।
KEYWORD
उपन्यास, साहित्य, गद्य विधा, कथा, घटनाएँ, मशीनी युग, भारतीय जन जीवन, सामाजिक समस्याएं, दहेज प्रथा, बाल-विवाह