अहीरवाल के संत महात्मा

Exploring the Land of Ahirwal: A Hub of Saintly Figures and Devotion

by Dr. Manjusha .*,

- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540

Volume 15, Issue No. 12, Dec 2018, Pages 442 - 445 (4)

Published by: Ignited Minds Journals


ABSTRACT

हरियाणा के दक्षिणी भाग को सामान्यतः ‘अहीरवाल’ कहा जाता है। अहीरों (यादवों) का बाहुल्य होने के कारण इस अंचल का नाम अहीरवाल पड़ा। इतिहासकार डॉ. के.सी. यादव ने इस अंचल का परिचय देते हुए कहा है- हरियाणा प्रांत के अंतर्गत गुडगाँव जिले के उत्तरी तथा पश्चिमी भाग, रोहतक जिले की झज्जर तहसील तथा हिसार व भिवानी जिले के कुछ भाग तथा राजस्थान की बहरोड़, मुंडावर, बानसूर तहसील और कोटकासिम के परगने को ‘अहीरवाल’ के नाम से पुकारा जाता है।1 इस अंचल के प्रसिद्ध लोककवि कल्लू भाट ने इस अंचल को ‘देवता का देस बास’ अर्थात् ‘अहीरवाल’ देवी-देवताओं और संतों की भूमि है। इस अंचल में अनेक संत-महात्मा हुए हैं, जिन्होंने भक्ति मंदाकिनी की धवल धारा बहा दी है तथा इस अंचल के लोगों के हृदय में भक्ति भाव का बीजारोपण किया है।

KEYWORD

अहीरवाल, संत महात्मा, हरियाणा, गुडगाँव, लोककवि