राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: नीतिगत भविष्य एवं चुनौतियॉ

Authors

  • मुकेश कुमार ठाकुर सहायक प्राध्यापक, हिदीं, शासकीय महाविद्यालय चैरई, जिला- छिदवाडा म.प्र.

DOI:

https://doi.org/10.29070/fz3tza43

Keywords:

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, भाषा, शिक्षा, संस्कृति, मातृभाषा

Abstract

शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियों का सामना करने व भारत को एक वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाने के उद्देश्य से देश में 29 जुलाई 2020 को नई शिक्षा नीति 2020  लागू की गई। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भारत केन्द्रित शिक्षा प्रणाली की परिकल्पना की गई है जो परम्परा, संस्कृति, मूल्यों में परिवर्तन लाये बिना, बिना किसी भेदभाव के प्रत्येक व्यक्ति को समान अवसर प्रदान करने विद्यार्थियों में ज्ञान के साथ-साथ कौशल विकसित करने के लिए तत्पर है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति पिछली शिक्षा नीति से कई अर्थो में अलग है। जिसमें शिक्षा की पहुँच, समानता, गुणवत्ता, वहनीयता और उत्तरदायित्व जैसे पांच स्तम्भ रखे गये। नई शिक्षा नीति में प्राथमिक स्तर से लेकर उच्च शिक्षा तक आवश्यक बदलाव किए गये है । नई शिक्षा नीति 2020 को लागू करने वाला प्रथम राज्य मध्य प्रदेश है।नई शिक्षा नीति 2020 के प्रमुख उद्देश्यों, विशेषताओं व इसे लागू होने से शिक्षा व्यवस्था में होने वाले लाभ अपेक्षित लक्ष्य की पूर्ति व इसमें आने चुनौतियों का अध्ययन एवं विश्लेषण की आवश्यकता है। शोध आलेख नई शिक्षा नीति 2020 के प्रमुख प्रावधानों का विवरणात्मक प्रस्तुतिकरण है।

References

पुरोहित , ऐश्वर्य (2022), ‘‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (एक विहंग अवलोकन)‘‘ म.प्र. हिदीं ग्रंथ अकादमी , भोपाल ।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति, दृष्टि पत्र ,2020।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 प्रतिवेदन, मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली , भारत ।

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Published

2024-09-03

How to Cite

[1]
“राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: नीतिगत भविष्य एवं चुनौतियॉ”, JASRAE, vol. 21, no. 2, pp. 13–16, Sep. 2024, doi: 10.29070/fz3tza43.

How to Cite

[1]
“राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: नीतिगत भविष्य एवं चुनौतियॉ”, JASRAE, vol. 21, no. 2, pp. 13–16, Sep. 2024, doi: 10.29070/fz3tza43.