बिहार में पंचायती राज व्यवस्था एवं स्थानीय स्वशासन का उद्देश्य

Authors

  • प्रो० डॉ० मो० शहाब उद्दीन हेड एण्ड एसोसिएट प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष, जगजीवन कॉलेज, आरा, बिहार
  • इंजमाम उल अहमद अंसारी शोधार्थी, डिपार्टमेंट आफ पोलिटिकल, साईंस रिसर्च स्कालर, वीर कुवंर सिंह विश्वविधालय, आरा, बिहार

DOI:

https://doi.org/10.29070/gcankv61

Keywords:

पंचायती राज व्यवस्था एक ऐसा संस्था है जो की समाज को संगदित करता है। और निमं स्टार लोकतंत्रता विधि व्यवस्था को स्थापित करता है।, स्वतंत्रता के पश्चात आर्थिक ,राजनातिक ,शोषित ,छुआछुत , स्समजिक ,एवं धार्मिक को आगे आने के लिए अवसर प्रदान करता है, समाज की थोपा गामा कुतियो का समाप्त करने के लिए जाना जाता है।

Abstract

बिहार के स्थापित सव्शासन के प्रति बिहार की राजनितिक में उत्सुकता देखा जाता है। और जीता जगता परिदृश्य बिहार की पंचायतो से सर्वभोमिक समाज का निर्माण करता है। पुरे बिहार में राजनितिक भूचाल पैदा करने वाला आसनी से रास्ता पंचायती राज व्यवस्था को परिकल्पना से मिलता है। आज के दौर में बिहार जहा खड़ा है वह पंच्याती राज व्यवस्था एवं स्थानीय स्वशासन से पुनर्विकाश आर्थिक, समाजक शोषित, नस्लीय जाती ,धार्मिक, शिक्षित, महिला एवं स्प्रशयता का अंत हुआ है। जो कि आपसी लोक कल्याण के लीए पंच्यातो के माध्यम से सक्रिय प्रभाव देखते हुए समाज के भलाई के उपरांत ही संगठन होकर अपने – अपने कर्तव्य को निर्वाहन करते है पंचायतो के विधि व्यवस्था को बनाए रखने के लिएया स्थानीय स्वशासन के निर्माण करके किसी तरह के समस्याओ के निपटारा किया जा सके चाहे वह गाव- मोहल्ला हो या पंचयत ,ब्लाक ,जिला स्टार के परल पर रखकर पंच्याती राज व्यवस्था एवं स्थानीय स्वभासन से हल कर लिया जाता है समाज के कोई भी जाती – विधि यानि की चोरी ,दकेअती ,महिला ,जाती धार्मिक एवं आर्थिक जातीरोध को आसानी से संगठन होकर विधि व्यवस्था को साथ लचीला परिका अपनाकर समाधान से हल कर दिया जाता है। स्थानीय स्वशासन को अपने आप में सफल न्यालय कहा जाता है। एक ऐसा समाज को देखा गया की आर्थिक रूप से कमजोर परिवार को उच्च न्यालय ने अपने विधि व्यवस्था से न्याय नहीं  कर सका जोकि वह समाज ने पंचयत स्तर पर बैठकर बहुत कम समय में उस परिवार को आसानी से आर्थिक बचत करके न्याय देने का कार्य किया जा सका है। बिहार सरकार ने पंच्याती राज व्यवस्था को मजबूत बनाने में पंचायती राज व्यवस्था विधेश 2006 को विधेयक लाकर मजबूती प्रदान किया। जससे की नयायपूर्ण विधि व्यवस्था स्थापित किया। और पयांचायती राज व्यवस्था में बदलाव करके महिला अनुसूचित जाती एवं जनजाति ,समाजक भलाई के लिए अलग से आरक्षण में बदलाव करके आज आने का मोका दिया। जो की श्री नीतिस कुमार ने ५०% महिलाओ को आरक्षण से समाजक कु प्रथा को समाप्त कर दिया है। चाहे वह बिहार के पंचायती नोकरी एवं शिक्षण सस्थानो में कोटा के द्वारा कर दिया जब की महलाओ को यह देखा जाता था की शायद महिला वर्ग को चुलहै -चोकी करने का जन्मजात वरदान मिला है। जब से पंचायती स्तर पर श्री लालू प्रसाद के द्वारा 2003 में शिक्षक बहाली आया जिसका नाम शिक्षा मित्र दिया वेतनमान 1500/रूपये था। तब महिलाओ का दौर शरू हुआ और अब महिला वर्ग पुरुषो से चार कदम आगे निकलकर मंगलयान को सफल बनायीं है बिहार शिक्षा में जान फुक दिया। बिहार के विकास में अहम् भूमिका निभाकर पंचायत गौरवन्वीत कर रही है। बिहार के महिलाओ के प्रति बहुत ही बेकार प्रवृति की मानसिकता पल गई थी की समाजिक स्तर पर महिलाओ को शोषण होता था। अब बहुत ही महिलाओ के प्रति सपना संजोया जा रहा है और इसको सफल करने में महिलाओ को ही अहम् भागेदारी रही है। परिवार में बेटिया जन्म लेती है तो उसकी माँ को शोषण झेलना पड़ता था। और दुख की बात यह समाज के ताना बाना को बर्दास्त करना पड़ता था जबकि शादी के नाम पर उत्पीडन सहन करना पड़ता है। दहेज़ के नाम पर बेटियों को शिकार करा जाता है जिससे की अब देखने को मिलता है की समाजिक बदलाव से लड्किया सपने को साकार करते देखा जा रहा है। बिहार के एक्स- रेलमंत्री श्री लालू प्रसाद यादव ने अपनी जान के बजी लगाकर किडनी देने की कम किया। पूरा दुनिया में मिशल स्थापित कर दी।

References

बिहार में ग्राम पंचायत एवं सुशासन डॉक्टर सीताराम सिंह बिहार हिंदी ग्रंथ अकादमी

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ग्रामीण विकास और पंचायती राज प्रोo पुष्पा वाढेल रावत प्रकाशन नई दिल्ली पेज नंबर 103, 2017

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बिहार पंचायती राज अधिनियम ईस्टर्न बुक एजेंसी पटना

टॉप से नोटिस पंचायती राज बुक राज व्यवस्था सिर इनोवेशन प्रोo लीo

इम्तियाज मोहम्मद और रजनीश कुमार मध्यकालीन भारत पेज नंबर 124

योजना पत्रिका

विकिपीडिया सोशल सर्विस

बिहार पंचायती राज विभाग होम पेज

बिहार सामाजिक एवं कल्याण विभाग होम पेज

दृष्टि कोचिंग नोट्स बिहार के पंचायती राज संस्थाओं की कार्य वाली

दैनिक भास्कर समाचार पत्र दिनांक 2021

हिंदुस्तान पत्र 12 दिनांक 2021

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Published

2024-05-01

How to Cite

[1]
“बिहार में पंचायती राज व्यवस्था एवं स्थानीय स्वशासन का उद्देश्य”, JASRAE, vol. 21, no. 4, pp. 23–34, May 2024, doi: 10.29070/gcankv61.

How to Cite

[1]
“बिहार में पंचायती राज व्यवस्था एवं स्थानीय स्वशासन का उद्देश्य”, JASRAE, vol. 21, no. 4, pp. 23–34, May 2024, doi: 10.29070/gcankv61.