किशोरवस्था के पुरुषों में मानसिक स्वास्थ्य पर मोटापे के प्रभाव का सामाजिक अध्ययन
DOI:
https://doi.org/10.29070/hdagdx71Keywords:
किशोरवस्था, मोटापे, मानसिक, स्वास्थ्यAbstract
इस अध्ययन का मुख्य उद्देश्य किशोरवस्था में बालक और बालिकाओं में बढ़ते मोटापे के मानसिक प्रभावों का विश्लेषण करना है। आधुनिक जीवनशैली और आहार संबंधी आदतों में परिवर्तन के कारण मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है, जिसका सीधा असर किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। इस शोध के अंतर्गत मोटापे के कारण आत्मसम्मान में कमी, अवसाद, चिंता और सामाजिक अलगाव जैसे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की जांच की गई है। इसके साथ ही, अध्ययन में उन कारकों का भी विश्लेषण किया गया है जो मोटापे और मानसिक स्वास्थ्य के बीच के संबंध को प्रभावित करते हैं, जैसे कि पारिवारिक वातावरण, सामाजिक समर्थन, और शारीरिक गतिविधियों की कमी। परिणामस्वरूप, यह अध्ययन किशोरवस्था में मोटापे से निपटने के लिए मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता और प्रभावी हस्तक्षेप उपायों की पहचान करता है, जो बालक और बालिकाओं के संपूर्ण विकास और कल्याण में सहायक हो सकते हैं।
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