भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं की भूमिका का मूल्यांकन

Authors

  • डॉ. वन्दना शर्मा असि. प्रोफेसर, इतिहास, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, फतेहाबाद, आगरा, उत्‍तर प्रदेश

DOI:

https://doi.org/10.29070/a9bn2t22

Keywords:

भारत, स्वतंत्रता, राष्ट्रीय पत्रकारिता, जनसंचार माध्यम, स्वतंत्रता आंदोलन

Abstract

भारत को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता एक लंबे और कठिन संघर्ष के बाद मिली। इस संघर्ष में अनगिनत भारतीयों ने अपने प्राणों की आहुति दी और देश में व्यापक स्तर पर संपत्ति का विनाश हुआ। स्वतंत्रता प्राप्ति के सात दशकों से अधिक समय बाद भी, स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को केवल स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, और गांधी जयंती जैसे अवसरों पर ही याद किया जाता है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं और पत्रकारिता ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस शोध पत्र में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं और जनसंचार माध्यमों के योगदान को विस्तार से प्रस्तुत किया गया है। विदेशी सरकार द्वारा लगाए गए कठोर नियमों और प्रतिबंधों के बावजूद, स्वतंत्रता सेनानियों ने राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं और पत्रकारिता का उपयोग एक प्रभावशाली हथियार के रूप में किया, जिससे ब्रिटिश शासन की नींव हिल गई। इस शोध में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान पत्र-पत्रिकाओं और जनसंचार माध्यमों की स्थिति का SWOT विश्लेषण भी किया गया है। उस समय देश में व्याप्त सामाजिक और आर्थिक समस्याओं को राष्ट्रीय पत्रकारिता के माध्यम से उजागर करने और उनका समाधान ढूंढने का प्रयास किया गया। स्वतंत्रता पूर्व युग में राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं ने भारतीय जनमानस को एक नई दिशा दी और उनके गैर-व्यावसायिक पहलुओं का भी इस अध्ययन में विश्लेषण किया गया है।

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Published

2024-07-01

How to Cite

[1]
“भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं की भूमिका का मूल्यांकन”, JASRAE, vol. 21, no. 5, pp. 271–279, Jul. 2024, doi: 10.29070/a9bn2t22.

How to Cite

[1]
“भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं की भूमिका का मूल्यांकन”, JASRAE, vol. 21, no. 5, pp. 271–279, Jul. 2024, doi: 10.29070/a9bn2t22.