छतरपुर जिले की भौगोलिक संरचना और जल संसाधनों के महत्व का अध्ययन

Authors

  • बती अहिरवार शोधार्थी, महाराजा छत्रसाल बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, छतरपुर, (म.प्र.)
  • डॉ. रश्मि माथुर सहायक प्राध्यापक (भूगोल), शासकीय कन्या स्वशासी स्नातकोत्तर, महाविद्यालय सागर (म.प्र.)
  • डॉ. आर. एस. सिसोदिया सहायक प्राध्यापक (भूगोल), महाराजा छत्रसाल बुन्देलखण्ड, विश्वविद्यालय छतरपुर (म.प्र.)

DOI:

https://doi.org/10.29070/df9th659

Keywords:

छतरपुर जिला, जल संसाधनों, भौगोलिक संरचना, जल के महत्व, जल प्रबंधन

Abstract

इस शोध का उद्देश्य छतरपुर जिले की भौगोलिक संरचना और जल संसाधनों की स्थिति का विस्तृत अध्ययन करना है। छतरपुर, जो मध्य प्रदेश राज्य का एक महत्वपूर्ण जिला है, अपनी भौगोलिक विविधता और प्राकृतिक संसाधनों के लिए जाना जाता है। यहां की भौगोलिक संरचना में पहाड़ियाँ, पठार, और उपजाऊ मैदान शामिल हैं, जो इसे कृषि के लिए अनुकूल बनाते हैं। जिले की जलवायु अर्ध-शुष्क है, जिससे जल संसाधनों की उपलब्धता पर सीधा प्रभाव पड़ता है। इस अध्ययन के अंतर्गत प्रमुख नदियाँ, जलाशय, और तालाबों की स्थिति का विश्लेषण किया गया है, जो जिले की कृषि, पेयजल, और सिंचाई आवश्यकताओं के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। जल संसाधनों की उचित प्रबंधन की आवश्यकता और उनके संरक्षण की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, इस अध्ययन में जिले के जल संसाधनों पर पड़ने वाले मानवीय और प्राकृतिक प्रभावों की भी समीक्षा की गई है। इसके अलावा, जल संकट की समस्या और उससे निपटने के लिए संभावित समाधानों पर भी विचार किया गया है। इस शोध के निष्कर्ष बताते हैं कि सतत जल प्रबंधन और भू-जल पुनर्भरण की रणनीतियाँ जिले के आर्थिक विकास और पर्यावरणीय संतुलन के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।

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Published

2022-07-01

How to Cite

[1]
“छतरपुर जिले की भौगोलिक संरचना और जल संसाधनों के महत्व का अध्ययन”, JASRAE, vol. 19, no. 4, pp. 787–793, Jul. 2022, doi: 10.29070/df9th659.

How to Cite

[1]
“छतरपुर जिले की भौगोलिक संरचना और जल संसाधनों के महत्व का अध्ययन”, JASRAE, vol. 19, no. 4, pp. 787–793, Jul. 2022, doi: 10.29070/df9th659.