शिक्षकों के नवीन दृष्टिकोण और छात्रों की शैक्षिक प्रगति: एक समीक्षात्मक अध्ययन

Authors

  • Yogesh Kumar Srivastawa Research Scholar, Shri Krishna University, Chhatarpur, M.P.
  • Dr. Rajesh Kumar Tripathi Associate Professor, Shri Krishna University, Chhatarpur, M.P.

DOI:

https://doi.org/10.29070/hz5g4428

Keywords:

शिक्षकों के नवीन दृष्टिकोण, शैक्षिक प्रगति, संज्ञानात्मक विकास, सामाजिक विकास, भावनात्मक विकास

Abstract

शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से बदलते परिदृश्य ने शिक्षकों के लिए पारंपरिक शिक्षण विधियों से परे जाकर नवोन्मेषी दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता को उजागर किया है। यह समीक्षा-पत्र शिक्षकों द्वारा अपनाई गई आधुनिक शिक्षण विधियों और छात्रों की शैक्षिक प्रगति के बीच संबंध का गहन विश्लेषण प्रस्तुत करता है। इसमें तकनीकी-समर्थित शिक्षण, परियोजना-आधारित और समस्या-आधारित शिक्षण, सहयोगात्मक और अनुभवात्मक अधिगम, और व्यक्तिगत अनुकूलन जैसे नवीन दृष्टिकोणों पर चर्चा की गई है। ये विधियां न केवल छात्रों के संज्ञानात्मक विकास को प्रोत्साहित करती हैं, बल्कि उनकी आलोचनात्मक सोच, रचनात्मकता और सामाजिक कौशल को भी सुदृढ़ बनाती हैं। समीक्षा में विभिन्न अनुसंधानों के माध्यम से यह स्पष्ट किया गया है कि शिक्षण में नवाचार छात्रों की शैक्षिक उपलब्धियों को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन इन प्रभावों की तीव्रता छात्रों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि, शिक्षकों के प्रशिक्षण स्तर, कक्षा के आकार और संसाधनों की उपलब्धता जैसे कारकों पर निर्भर करती है। यह अध्ययन शिक्षकों, शोधकर्ताओं और नीति निर्माताओं को बेहतर शिक्षण रणनीतियों और समग्र शैक्षिक सुधार के लिए व्यावहारिक सुझाव प्रदान करता है। इसके साथ ही, यह छात्रों के समग्र विकास के लिए शिक्षण विधियों में नवाचार की भूमिका को समझने में सहायक सिद्ध होता है।

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Published

2023-07-01

How to Cite

[1]
“शिक्षकों के नवीन दृष्टिकोण और छात्रों की शैक्षिक प्रगति: एक समीक्षात्मक अध्ययन”, JASRAE, vol. 20, no. 3, pp. 478–483, Jul. 2023, doi: 10.29070/hz5g4428.

How to Cite

[1]
“शिक्षकों के नवीन दृष्टिकोण और छात्रों की शैक्षिक प्रगति: एक समीक्षात्मक अध्ययन”, JASRAE, vol. 20, no. 3, pp. 478–483, Jul. 2023, doi: 10.29070/hz5g4428.