समायोजन की समस्याएँ और उनका मानसिक स्वास्थ्य एवं शैक्षिक उपलब्धि पर प्रभाव

Authors

  • Vineet Kumar Tripathi Research Scholar, Shri Krishna University, Chhatarpur, M.P.
  • Dr. Mamta Rani Assistant Professor, Shri Krishna University, Chhatarpur, M.P.

DOI:

https://doi.org/10.29070/yqeztn23

Keywords:

समायोजन समस्याएँ, मानसिक स्वास्थ्य, शैक्षिक उपलब्धि, सामाजिक समायोजन

Abstract

विद्यालयी जीवन में किशोर छात्रों के समायोजन की समस्याएँ उनके मानसिक स्वास्थ्य और शैक्षिक उपलब्धि पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती हैं। समायोजन की समस्याएँ जैसे सामाजिक संपर्क की कठिनाइयाँ, पारिवारिक दबाव, और विद्यालयी वातावरण के साथ असामंजस्य छात्रों में तनाव, चिंता और अवसाद जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देती हैं। इन मानसिक समस्याओं का शैक्षिक प्रदर्शन पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है, जिससे छात्र ध्यान केंद्रित करने, सीखने की क्षमता और परीक्षा परिणामों में कमी महसूस करते हैं। सामाजिक समायोजन की कमी के कारण छात्र अलगाव का अनुभव करते हैं, जो उनके आत्म-सम्मान को प्रभावित करता है और इस प्रकार उनकी शैक्षिक उपलब्धि में गिरावट आती है। इस अध्ययन का उद्देश्य यह समझना है कि समायोजन की समस्याएँ और मानसिक स्वास्थ्य के बीच का संबंध कैसे शैक्षिक प्रदर्शन को प्रभावित करता है, साथ ही यह भी जानना कि विद्यालयों में मानसिक स्वास्थ्य सुधार और समायोजन की समस्याओं के समाधान के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं, ताकि छात्रों की शैक्षिक उपलब्धि को बेहतर किया जा सके।

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Published

2023-07-01

How to Cite

[1]
“समायोजन की समस्याएँ और उनका मानसिक स्वास्थ्य एवं शैक्षिक उपलब्धि पर प्रभाव”, JASRAE, vol. 20, no. 3, pp. 484–489, Jul. 2023, doi: 10.29070/yqeztn23.

How to Cite

[1]
“समायोजन की समस्याएँ और उनका मानसिक स्वास्थ्य एवं शैक्षिक उपलब्धि पर प्रभाव”, JASRAE, vol. 20, no. 3, pp. 484–489, Jul. 2023, doi: 10.29070/yqeztn23.