गाज़ीपुर में सतत कृषि एवं ग्रामीण विकास
DOI:
https://doi.org/10.29070/r0wqna56Keywords:
सतत कृषि, ग्रामीण विकास, गाज़ीपुर, जैविक खेती, ग्रामीण आजीविकाAbstract
गाज़ीपुर, उत्तर प्रदेश का एक कृषि-प्रधान जिला है, जहाँ अधिकांश जनसंख्या कृषि पर निर्भर करती है। यह अध्ययन गाज़ीपुर जिले में सतत कृषि पद्धतियों के वर्तमान परिदृश्य का विश्लेषण करता है। शोध में पारंपरिक कृषि पद्धतियों के कारण उत्पन्न पर्यावरणीय और आर्थिक समस्याओं, जैसे मृदा की उर्वरता में गिरावट, जल संसाधनों की कमी और किसानों की आर्थिक समस्याओं का गहन अध्ययन किया गया। शोध के परिणाम बताते हैं कि सतत कृषि पद्धतियाँ, जैसे कि जैविक खेती, फसल चक्र, और जल संरक्षण तकनीकें, पर्यावरण की रक्षा करने के साथ-साथ किसानों की आय में वृद्धि करने में सहायक हो सकती हैं। हालांकि, इन पद्धतियों को बड़े पैमाने पर अपनाने में जागरूकता की कमी, बाजार समर्थन का अभाव, और आधुनिक तकनीकी जानकारी तक सीमित पहुँच जैसी बाधाएँ मौजूद हैं। शोध के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया है कि गाज़ीपुर में सतत कृषि के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए तकनीकी प्रशिक्षण, सरकारी योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन, और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देना आवश्यक है। यह अध्ययन सतत कृषि और ग्रामीण विकास के बीच के गहरे संबंध को रेखांकित करता है और गाज़ीपुर जैसे जिलों में सतत विकास की रणनीतियों को लागू करने के लिए नीतिगत सुझाव प्रदान करता है।
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