भारतीय राजनीति में राजनैतिक दलों के समक्ष चुनौतीयां

Authors

  • शैलेन्द्र पाण्डेय रिसर्च स्कॉलर, श्री वेंकटेशवरा विश्वविद्यालय, गजरौला, उत्तरप्रदेश
  • डॉ. मंजू सोलंकी एसोसिएट प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान, श्री वेंकटेशवरा विश्वविद्यालय, गजरौला, उत्तरप्रदेश

DOI:

https://doi.org/10.29070/c5cep810

Keywords:

राजनैतिक दल, लोकतंत्र, चुनावी प्रक्रिया, आंतरिक लोकतंत्र, विचारधारा, वित्तीय पारदर्शिता, गठबंधन राजनीति, जातीय

Abstract

भारतीय राजनीति में राजनैतिक दलों को वर्तमान समय में अनेक जटिल और बहुआयामी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ये चुनौतियाँ लोकतांत्रिक संस्थाओं की विश्वसनीयता को प्रभावित करती हैं, चुनावी प्रक्रिया, आंतरिक लोकतंत्र, विचारधारात्मक स्पष्टता, वित्तीय पारदर्शिता, और क्षेत्रीय संतुलन जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को भी प्रभावित करती हैं। दलों के बीच बढ़ती व्यक्तिवादिता, विचारधारा की अस्पष्टता, और गठबंधन राजनीति की अनिश्चितता भी लोकतांत्रिक प्रणाली को जटिल बनाती है। साथ ही, मतदाताओं की बढ़ती अपेक्षाएं, सामाजिक मीडिया का प्रभाव, और जातीय व धार्मिक ध्रुवीकरण ने राजनैतिक दलों के समक्ष नई रणनीतियाँ विकसित करने की आवश्यकता उत्पन्न की है। इन चुनौतियों का प्रभावी समाधान भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और पारदर्शिता सुनिश्चित करने में सहायक सिद्ध हो सकता है।

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Published

2023-10-03

How to Cite

[1]
“भारतीय राजनीति में राजनैतिक दलों के समक्ष चुनौतीयां”, JASRAE, vol. 20, no. 4, pp. 819–824, Oct. 2023, doi: 10.29070/c5cep810.

How to Cite

[1]
“भारतीय राजनीति में राजनैतिक दलों के समक्ष चुनौतीयां”, JASRAE, vol. 20, no. 4, pp. 819–824, Oct. 2023, doi: 10.29070/c5cep810.