भारतीय राजनीति में राजनैतिक दलों का स्वरूप

Authors

  • शैलेन्द्र पाण्डेय रिसर्च स्कॉलर, श्री वेंकटेशवरा विश्वविद्यालय, गजरौला, उत्तरप्रदेश
  • डॉ. मंजू सोलंकी एसोसिएट प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान, श्री वेंकटेशवरा विश्वविद्यालय, गजरौला, उत्तरप्रदेश

DOI:

https://doi.org/10.29070/0x5s6c34

Keywords:

भारतीय राजनीति, राजनैतिक दल, बहुदलीय प्रणाली, गठबंधन सरकार, क्षेत्रीय दल, विचारधारा, लोकतंत्र, चुनावी रणनीति, जनमत निर्माण, नीति निर्धारण।

Abstract

भारतीय राजनीति में राजनैतिक दलों का स्वरूप अत्यंत जटिल, विविधतापूर्ण एवं गतिशील है। यह स्वरूप भारत की सामाजिक, सांस्कृतिक, क्षेत्रीय और भाषाई विविधताओं को प्रतिबिंबित करता है। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से ही भारत में बहुदलीय प्रणाली का विकास हुआ, जिसमें राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दोनों प्रकार के दलों ने सक्रिय भूमिका निभाई। प्रारंभ में कांग्रेस का प्रभुत्व रहा, किंतु समय के साथ अन्य दलों जैसे भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी दलों, वाम दलों तथा क्षेत्रीय दलों ने भी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई। आज भारतीय राजनीति में गठबंधन सरकारों, जातीय राजनीति, विचारधारा आधारित राजनीति और चुनावी रणनीतियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। राजनैतिक दल सरकार गठन में महत्त्वपूर्ण होते हैं, बल्कि जनमत निर्माण, नीति निर्धारण और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के संचालन में भी उनकी केंद्रीय भूमिका होती है। यह अध्ययन भारतीय राजनीति में दलों की भूमिका, संरचना, विकास और उनके प्रभावों का समग्र विश्लेषण प्रस्तुत करता है।

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Published

2024-07-01

How to Cite

[1]
“भारतीय राजनीति में राजनैतिक दलों का स्वरूप”, JASRAE, vol. 21, no. 5, pp. 891–898, Jul. 2024, doi: 10.29070/0x5s6c34.

How to Cite

[1]
“भारतीय राजनीति में राजनैतिक दलों का स्वरूप”, JASRAE, vol. 21, no. 5, pp. 891–898, Jul. 2024, doi: 10.29070/0x5s6c34.