गिजुभाई बधेका के शिक्षा दर्शन के उद्गम स्रोतों का अध्ययन: उनके शैक्षिक चिंतन की दिशा के निर्धारण में तत्वों का विश्लेषण
DOI:
https://doi.org/10.29070/y3tjpg44Keywords:
गिजुभाई बधेका, शिक्षा दर्शन, बालकेन्द्रित शिक्षा, सांस्कृतिक शिक्षा, नवाचार, शिक्षक प्रशिक्षण, समकालीन शिक्षा नीतिAbstract
यह शोध पत्र गिजुभाई बधेका के शिक्षा दर्शन के उद्गम स्रोतों का विश्लेषण करता है और उनके शैक्षिक चिंतन की दिशा को निर्धारित करने वाले प्रमुख तत्वों की पहचान करता है। गिजुभाई बधेका ने शिक्षा को केवल ज्ञानार्जन का माध्यम नहीं बल्कि सामाजिक सुधार और मानवीय विकास का महत्वपूर्ण अंग माना। इस अध्ययन में उनके शिक्षा दर्शन के सामाजिक, सांस्कृतिक, दार्शनिक और आध्यात्मिक स्रोतों की खोज की गई है, जो उनके विचारों और शिक्षण पद्धतियों को प्रभावित करते हैं। साथ ही, इस शोध में उनके शिक्षण सिद्धांतों के समकालीन शिक्षा प्रणाली, नीति निर्माण और शिक्षक प्रशिक्षण पर प्रभावों का भी विवेचन किया गया है। यह शोध बधेका के शिक्षा दर्शन की आधुनिक शिक्षा में प्रासंगिकता को उजागर करता है और शिक्षा सुधार के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान करता है, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और समग्र विकास संभव हो सके।
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