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समकालीन हिन्दी कहानीः सामाजिक एवं लोकतांत्रिक सरोकार: अध्ययन में समकालीन हिन्दी कहानीकारों द्वारा उठाए गए सामाजिक और लोकतांत्रिक सरोकार. JASRAE 2017, 13 (1), 1252-1256.