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हिन्दी कथा साहित्य का समाजशास्त्र: बाल-केन्द्रित कहानियों और मनोवैज्ञानिक समस्याओं का समाजशास्त्रियों की दृष्टि से विश्लेषण. JASRAE 2017, 13 (2), 896-904.