[1]
“समकालीन हिन्दी कहानीः सामाजिक एवं लोकतांत्रिक सरोकार: अध्ययन में समकालीन हिन्दी कहानीकारों द्वारा उठाए गए सामाजिक और लोकतांत्रिक सरोकार”, JASRAE, vol. 13, no. 1, pp. 1252–1256, Apr. 2017, Accessed: Jul. 25, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/6717