[1]
“सूरकाव्य व हरिशंकर आदेश रचित सप्तशतियों में काव्य एवं प्रेम: भाव और प्रेम: सूरकाव्य और हरिशंकर आदेश के सप्तशतियों में”, JASRAE, vol. 14, no. 2, pp. 31–34, Jan. 2018, Accessed: Mar. 16, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/7165