कालाखुंटा मैग्नीज खनन एवं पर्यावरण (बांसवाड़ा जिले के संदर्भ में अध्ययन)

भारत में खनिज संपदा और खनन का अध्ययन

by Dr. Laxmanlal Parmar*,

- Published in Journal of Advances in Science and Technology, E-ISSN: 2230-9659

Volume 16, Issue No. 1, Mar 2019, Pages 102 - 105 (4)

Published by: Ignited Minds Journals


ABSTRACT

भारत 64 खनिजों का उत्पादन करता है जिनमें 4 ईंधन खनिज, 11 धात्विक खनिज और 49 गैर धात्विक खनिज शामिल हैं। 1993-94 में अस्थाई अनुमानों के आधार पर 3,794 खानों में कार्य हो रहा था। इनमें पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस के कुएँ, गौण खनिजों की खानें और आणविक खनिज शामिल नहीं हैं। कोयले और लिग्नाइट की 562 खानें धात्विक खनिजों की थीं और शेष गैर-धात्विक खनिज थे। 1993-94 में देश में निकाले गए खनिजों का कुल मूल्य 26386.5 करोड़ रुपये था। 1993-94 में उत्पादित खनिजों के मूल्य का प्रतिशत इस प्रकार था- ईंधन 84.7 प्रतिशत, धात्विक खनिज 7 प्रतिशत, गैर-धात्विक खनिज 3.6 प्रतिशत और गौण खनिज 4.6 प्रतिशत। धात्विक वर्ग के खनिजों का लगभग पूरा मूल्य लौह अयस्क, क्रोमाइट, ताम्बा अयस्क, मैंगनीज अयस्क, बाक्साइट आदि से प्राप्त होता है। गैर-धात्विक खनिजों के मूल्य का 89 प्रतिशत चूना पत्थर, एपेटाइट, डोलोमाइट, काओलिन, बेरीटेस आदि से प्राप्त होता है।

KEYWORD

कालाखुंटा, मैग्नीज, खनन, पर्यावरण, बांसवाड़ा जिला