लैंगिक समानता ही भविष्य के विश्व की उन्नति और समृद्धि की कुंजी है।

लैंगिक समानता: भविष्य की कुंजी

by डॉ० आबिदा ख़ातून*, डॉ० एम० ए० खान,

- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540

Volume 18, Issue No. 2, Mar 2021, Pages 160 - 162 (3)

Published by: Ignited Minds Journals


ABSTRACT

बायतीम भदहराओॊ को नए बायत के उबयते ऩरयदृश्म भें एक सशक्त हस्तऺेऩ के रूऩ भें देखने के ऩमािप्त कायण हैं। भदहराओॊ से जुड़े तनमभ , कानून , सॊवैधातनक प्रावधान , भीडडमा , सयकाय की नीततमाॊ व कामििभ , ऩॊ ामतों व ववधान सबाओॊ तथा सॊसद भें उनका प्रतततनर्धत्व , जेंडय फजदटॊग , जेंडय फजदटॊग , उद्ममभता एवॊ कौशर ववकास कामििभ तथा फैंक्रकॊग एवॊ रघु ऋण मोजनाएॊ, स्व -सहामता सभूह औय भनयेगा जैसे प्रमास मभर -जुरकय भदहराओॊ के नए बायत भें भददगाय फने हैं।उन्हें अऩना एक आधुतनक याष्ट्र फनाने भें मे सफ सहामक मसद्ध हुए हैं। भदहराएॊ ववकासशीर देशों भें नए प्रवतिनों की वाहक फनी हैं।

KEYWORD

लैंगिक समानता, भविष्य, विश्व, उन्नति, समृद्धि