स्मार्ट सिटी उदयपुर– एक परिचय

भविष्य का नगर: उदयपुर की स्मार्ट सिटी की पहचान

by डॉ. हवा सिंह यादव*,

- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540

Volume 19, Issue No. 3, Apr 2022, Pages 389 - 393 (5)

Published by: Ignited Minds Journals


ABSTRACT

स्मार्ट सिटी एक ऐसा विषय है जो अभी विकसित हो रहा है। इसके बारे में शोध की जा रही है कि किस प्रकार से यह समाज और राष्ट्र के लिए योगदान कर सकता है और इसका सामाजिक और औगोलिक परिस्थितियाँ पर कितना तात्कालिक और दूरगामी परिणाम होगा इसका भी आकलन अभी तक किया जाना बाकी है। यह एक रोचक तथ्य है जिसके बारे में जानना और उत्साह पूर्वक बात करना हर शहरी व्यक्ति को अच्छा लगता है। हर व्यक्ति यह चाहता है कि उसका शहर एक स्मार्ट शहर कहलाए जहां पर की आधुनिक सुख सुविधाएं सुलभ हो ।

KEYWORD

स्मार्ट सिटी, उदयपुर, विकसित, शोध, समाज, राष्ट्र, सामाजिक, औगोलिक, तात्कालिक, दूरगामी

स्भार्ा ससर्ी का ऩरयचम (Introduction to Smart City)

स्भाटि शसटी एक ऐसा िहय होता है जहाॊ ऩय की तकनीकी औय प्रौद्मोर्गकी का अत्माधुर्नक तयीके से उऩमोग होता है। ववववध सूचनाओॊ को सभकों के रूऩ भें एकबत्रत कयते हुए इसका िहय के र्नमोजन, प्रफॊधन, ववकास व सभस्माओॊ के र्नवायण भें प्रमोग ककमा जाता है। स्भाटि शसटी के अॊतगित इॊटयनेट ऑप र्थॊग्स तथा सूचना प्रौद्मोर्गकी का अनुकूरतभ प्रमोग ककमा जाता है। महाॊ आहटिकपशिमर इॊटेशरजेंस का प्रमोग ववशबन्न राकपक शसग्नर ऩय ऩरयवहन व्मवस्था के सॊचारन भें, जर आऩूर्ति के प्रफॊधन भें, कानून व्मवस्था फनाए यखने भें, ऩमािवयण र्नमॊत्रण भें औय अऩशिष्ट प्रफॊधन भें ककमा जाता है। स्भाटि शसटी के अॊतगित आधायबूत सुववधाओॊ का र्नभािण इस प्रकाय से ककमाजाता है की ऩारयक्स्थर्तकी को ककसी बी प्रकाय की हार्न नहीॊ हो साथ हीउसका प्रफॊधन उच्च तकनीक द्वाया सहजता से ककमा जा सके। महाॊ सूचनाप्रौद्मोर्गकी के भाध्मभ से नागरयकों औय प्रिासन के फीच सीधा त्वरयतसॊवाद होता है, इससे अच्छा साभॊजस्म फना यहता है। भोफाइर एप्रीकेिनके भाध्मभ से बी स्भाटि शसटी भें उऩरब्ध ववशबन्न सेवाओॊ का राब उिामाजा सकता है। स्भाटि शसटी के 8 प्रभुख ऩहरू होते हैं क्जनके आधाय ऩय िहयको स्भाटि िहय कहा जाता है:

स्भाटि िासन व सयकाय

स्भाटि एनजी

स्भाटि इभायतें – सेंसय सुववधा मुतत

स्भाटि ऩरयवहन सुववधा

स्भाटि आधायबूत सॊयचना

स्भाटि प्रौद्मोर्गकी व तकनीकी

स्भाटि स्वास््म सुववधाएॊ व सेवाएॊ

स्भाटिनागरयकशिक्षऺतवकौिरसमऩन्न

बायत सयकाय के अनुसाय स्भाटि शसटी ववशबन्न िैऺणणक मोग्मता धायकों तथा शबन्न-शबन्न कौिर धारयमों व ववशबन्न आम वगों के शरए योजगाय तथा आर्थिक उन्नमन के अवसय प्रदान कयता है। स्भाटि शसटी का उद्देचम नागरयकों को अच्छी औय खुिहार क्जॊदगी भुहैमा कयाना है। उनकी सुयऺा औय स्वास््म का ध्मान यखते हुए उन्हें योजगाय से जोड़ना उनके कौिर को ववकशसत कयने के शरए ववशबन्न प्रशिऺण कामििभ प्रदान कयने वारी सॊस्थाओॊ का र्नभािण व सॊचारन स्भाटि शसटी के अॊतगित ककमा जाता है।

आहटिकपशिमर इॊटेशरजेंस एड भिीन रर्निंग, ब्रॉकचेन,

पाइनेंस टेतनोरॉजी, हेल्थ रयभोट वककिंग औय ऑनराइन फैंककॊग जैसी सुववधाओॊ का अर्धकार्धक प्रमोग स्भाटि शसटी भें ककमा जाता है। इसके शरए महाॊ ऩमािप्त ढाॊचागत

सुववधाएॊ व सॊसाधन उऩरब्ध यहते हैं।स्भाटि शसटी भें साप-

सपाई का आधुर्नक तकनीक से फेहतय प्रफॊधन ककमा जाता है। घय-घय कचया सॊग्रहण कयते हुए कचये का सही वगीकयण एवॊ र्नस्तायण ककमा जाता है। भेडडकर वेस्ट तथा इॊडक्स्रमर फेस्ट बी रीटभेंट कयते हुए र्नस्तारयत

ककमा जाता है। सीवयेज तथा जराऩूर्ति रीकेज का ऩता

एक ही भोफाइर एप्रीकेिन के भाध्मभ से सबी जन सुववधाओॊ सॊफॊधी शिकामतों का र्नस्तायण व सभाधान ककमा जाता है एवॊ सॊफॊर्धत ववबागों को उससे जोड़ते हुए त्वरयत कामिवाही की जाती है। स्भाटि शसटी की सॊकल्ऩना वषि 1960 भें सॊमुतत याज्म अभेरयका कममुर्नटी एनाशरशसस ब्मूयो द्वाया की गई। क्जसभें की ववशबन्न डेटाफेस, पोटोग्रापसभूहों व रयऩोटों का ऑनराइन प्रमोग कयते हुए िहयी प्रफॊधन एवॊ ववकास कामि कयने का प्रमास ककमा गमा। इसके तहत डडजास्टय भैनेजभेंट के बी ककए गए। ववचव भें आज 54% जनसॊयमा िहयों भें र्नवास कयती है जो कक वषि 2050 तक 66% होने की उमभीद की जा यही है। क्जस तीव्र गर्त से औद्मोर्गकयण हो यहा है उसके चरते रोगों का िहयों की औय ऩरामन फढ़ यहा है। रोग योजगाय औय फेहतय क्जॊदगी की रारसा भें िहयों की ओय रुख कय

यहे हैं। ऐसे भें िहयों भें ऩमािवयण, जरवामु (ऩारयक्स्थर्तक),

साभाक्जक औय आर्थिक सॊसाधनों का फेहतय प्रफॊधन कयने हेतु स्भाटि िहयों की है।

ववश्व के प्रभुख स्भार्ा ससर्ी (World’s Leading Smart Cities)

ऐसे िहय जो कक ऩूणि रूऩ से तकनीकी का प्रमोग कयते हुए उन्नत हो गए हैं उनका उल्रेख कयना प्रासॊर्गक है। स्ऩेन का फाशसिरोना, मूएसए का कोरॊफस, न्मूमॉकि व सैनडडएगो चीन का हॉन्गकाग, इॊग्रैंड का रॊदन, ऑस्रेशरमा का भेरफोनि, सॊमुतत अयफ अभीयात का दुफई, जाऩान का टोतमो, कनाड़ा का टोयॊटो, आक्स्रमा का ववमना औय शसॊगाऩुय ऐसे स्भाटि िहय है जो कक तकनीकी औय सयचनात्भक ववकास का एक आदिि स्थावऩत कयते हैं। महाॊ गाडड़मों के यक्जस्रेिन, ऩाककिंग तथा उनके आवागभन इत्माहद का ऩूणितमा ध्मान सेंसय के भाध्मभ से यखा जाता है। फाशसिरोना िहय भें ताऩभान तथा प्रदूषण के ववशबन्न आमाभों को भाऩने के शरए सेंसय का प्रमोग ककमा जाता है। वहाॊ आिता भाऩन तथा वषाि सॊफॊधी ऩूवािनुभान फहुत ही सटीकता के साथ रगाते हुए जन साभान्म को वास्तववक सभम भें फता हदए जाते हैं क्जससे कक ववकट भौसभ से सॊफॊर्धत तैमायी िीघ्र ही हो जातीहै। स्भाटि शसटी एक ऐसा ववषम है जो अबी ववकशसत हो यहा है। इसके फाये भें िोध की जा यही है कक ककस प्रकाय से मह सभाज औय याष्र के शरए मोगदान कय सकता है औय इसका साभाक्जक औय औगोशरक ऩरयक्स्थर्तमाॉ ऩय ककतना तात्काशरक औय दूयगाभी ऩरयणाभ होगा इसका बी आकरन अबी तक ककमा जाना फाकी है। मह एक योचक त्म है क्जसके फाये भें जानना औय उत्साह ऩूविक फात कयना हय िहयी व्मक्तत को अच्छा रगता है। हय व्मक्तत मह चाहता है कक उसका िहय एक स्भाटि िहय कहराए जहाॊ ऩय की आधुर्नक सुख सुववधाएॊ सुरब हो । जहा हय कामि तकनीकी की सहामता से तीव्रता ऩूविक र्नष्ऩाहदत ककमा जा सके। जीवन सुखभम एवॊ आनॊदभम हो। तकरीप जहाॊ कभ से कभ हो, योजगाय के साधन बी सुरब हो औय उन तक ऩहुच बी आसान हो। मह सबी त्म सुनने भें तो अच्छे रगते हैं ककॊतु वास्तववकता भें ककतना राब स्भाटि शसटी के भाध्मभ से हो ऩाता है मह एक िोध का ववषम है। ववकास की आिा यखते हुए बायत भें बी कई िहयों भें

स्भाटि शसटी का कामि आयॊब ककमा गमा है। देि भें 100

स्भाटि शसटी आगाभी एक दिक भें फनाए जाएॊगे। ऩहरे चयण भें 20 िहयों को स्भाटि शसटी के रूऩ भें ववकशसत ककमा जा यहा है क्जनभें उदमऩुय बी एक है। उदमऩुय िहय को बी स्भाटि शसटी फनाना तम ककमा गमा है औय ववगत चाय वषों से महा स्भाटि शसटी का कामि प्रगर्त ऩय है। स्भाटि शसटी के जो राब फताए जा यहे हैं उनका वास्तव भें आकरन कयना तथा उनका साभाक्जक एवॊ बौगोशरक प्रबाव तमा होगा इसका ववचरेषणात्भक अध्ममन उदमऩुय के सॊदबि भें ककमा जाना फहुत आवचमक है तमोंकक उदमऩुय के ववकास भें मह एक भहत्वऩूणि बूशभका का र्नविहन कयेगा। अबी उदमऩुय भें इस ऺेत्र भें फहुत कामि ककमा जाना फाकी है अत महद ववववध साभाक्जक औय बौगोशरक ऩहरुओॊ को ध्मान भें यखकय महद स्भाटि शसटी का कामि ककमा जावेगा तो र्नक्चचत ही इसका राब स्थाई रूऩ से फना यहेगा औय दुष्प्रबावों को कभ से कभ स्तय तक रामा जा सकेगा।सॊतुशरत एवॊ तीव्र आर्थिक ववकास के साथ-साथ सतत औय स्थामी ववकास होना बी फहुत ही जरूयी है। स्भाटि शसटी के अॊतगित अबी तक शसपि सड़को को चौड़ा कयने का कामि उदमऩुय िहय भें चर यहा है औय कई जगह सीवयेज राइन बफछा दी गई है। कई रोग अबी से इसके ववयोध भें बी आवाज उिाने रगे हैं कक मह िहय की सुॊदयता के साथ णखरवाड़ हो यहा

है. महाॊ की ऩरयवहन व्मवस्था को जहटर ककमा जा यहा है,

छुट यहा है औय सभाज भें बम का भाहौर फन यहा है। ऐसे भें स्भाटि शसटी का ववचरेषणात्भक अध्ममन कयना साभाक्जक औय बौगोशरक दृक्ष्टकोण से फहुत ही भहत्वऩूणि हो गमा है इसी को ध्मान भें यखते हुए मह िोध कामि कयने का र्नणिम शरमा गमा

याजस्थान याज्म से सॊफॊर्धत कुछ त्म (Facts Related to the State of Rajasthan)

2011 की जनगणना के वववयण के अनुसाय याजस्थान की

जनसॊयमा 6.86 कयोड़ है, जो 2001 की जनगणना भें 5.65

कयोड़ के आकड़े से अर्धक है। 2011 की जनगणना के अनुसाय याजस्थान की कुर जनसयमा 68,548,437 है क्जसभें से ऩुरुष औय भहहरा िभि 35,550,997 औय

32,997,440 हैं। 2001 भें, कुर जनसॊयमा 56,507,188

थी क्जसभें ऩुरुष 29:420,011 थे जफकक भहहराएॊ

27,087,177 थीॊ। इस दिक भें कुर जनसॊयमा फृवि 21.31

प्रर्तित थी जफकक वऩछरे दिक भें मह 28.33 प्रर्तित

थी। 2011 भें याजस्थान की जनसॊयमा बायत का 5.66

प्रर्तित है। 2001 भें मह आकड़ा 5.49 प्रर्तित था।

याजस्थान की जनगणना के आकड़ों के अनुसाय, 93.22

पीसदी घयों का स्वाशभत्व है जफकक 5.36 पीसदी ककयाए ऩय थे। याजस्थान भें 66.73 प्रर्तित जोड़े एकर ऩरयवाय भें यहते थे। याजस्थान भेंकुर शभराकय 66.73 प्रर्तित जोड़े एकर ऩरयवाय भें यहते थे।

उदमऩुय शहय से सॊफॊर्धत कुछ त्म

िोध कामि चूॊकक उदमऩुय को स्भाटि शसटी फनाने व इस ऩय ऩड़ने वारे प्रबावों से सॊफॊर्धत है अत् महाॉ उदमऩुय से सॊफॊर्धत कुछ त्मों की जानकायी देना प्रासॊर्गक होगा। 2011 की जनगणना के अनुसाय उदमऩुय िहय की जनसॊयमा 4,51,100 है। क्जसभें ऩुरुषों की जनसॉयमा 2,33,959 तथा भहहराओॊ की जनसॉयमा 2.17.141 है।

उदमऩुय िहय भें शरॊगानुऩात सभान नहीॊ है। प्रर्त 1000

ऩुरुषों ऩय 928 भहहराएॊ है। साऺयता के स्तय भें बी असभानता हदखती है, 94.47 प्रर्तित ऩुरुष साऺय है जफकक 84.52 प्रर्तित भहहराएॊ ही साऺय है। िहय भें औसत साऺयता का स्तय 89.66 प्रर्तित है।उदमऩुय िहय का

ऺेत्रपर 64 वगि ककरोभीटय है। मह सभुि तर से 1338 झीरों की नगयी के नाभ से ववयमात उदमऩुय भें पतहसागय,

वऩछोरा एवॊ स्वरुऩसागय झीर तथा आहड़ की फयसाती नदी

है। उदमऩुय भें भौसभ उष्णकहटफॊधीम िुष्क Semiarid

जरवामु से प्रबाववत है। महाॉ ग्रीष्भ, वषाि औय िीत ऋतु होती है। उदमऩुय का भाशसक ताऩभान

जनवयीपयवयीभाचिअप्रैरभईजूनजुराईअगस्त

शसतमफय अतटूमफयनवमफयहदसमफय

हदन28°C 29°C 32°C 34 °C 35°C 33 °C

31°C 30°C 31°C 32°C 30°C 28°C

यात11°C 11°C13°C

15°C18°C20°C21°C22°C21°C18°C16°C1 3°C

स्भार्ा ससर्ी के साभाक्जक प्रबाव (Social Impact of Smart Cities)

स्भाटि शसटी शभिन के अॊतगित कई ऐसे कामि ककमे जाएॊगे क्जनका िहय वाशसमों के साभाक्जक जीवन ऩय गहया प्रबाव ऩड़ेगा। साविजर्नक ऩरयवहन व्मवस्था को ऩुयता ककमा जाएगा। शसटी फसों का र्नमशभत सॊचारन िहय के कई रुट ऩय ककमा जाएगा। र्नमभफि रूऩ से रैकपक व्मवस्था फनी यहे इसके शरए सबी चौयाहों ऩय रैकपक शसग्नर राइटें रगाई जाएगी ऩरयवहन सुववधाओॊ के फढ़ने से िहय वाशसमों भें भेरशभराऩ फढ़ेगा। स्भाटि शसटी शभिन भें ववशिष्ट फाजायों का ववकास कयते हुए फाजायों भें ऩाककिंग की सॊतोषप्रद व्मवस्था की जाएगी क्जससे नए-नए उऩिभों व उद्मोगों को फढ़ावा शभरेगा।अच्छी व तीव्र इॊटयनेट सुववधा एवॊ वाई-पाई शभरने से िहय वाशसमों द्वाया डडक्जटर भुिा का अर्धकार्धक प्रमोग होगा तथा ऑनराइन खयीदायी बीफढ़ेगी, ऑनराइन टैतसी सुववधाए सुधयेगी औय रगबग सबी िहय वाशसमों द्वाया बफरों का बुगतान ऑनराइन ककमा जाएगा क्जससे इन छोटे-छोटे कामों के शरए कतायें नहीॊ रगेंगी। स्भाटि शसटी फनने से रोग सुववधाजीवी होंगे उनके द्वाया वातानुकूशरत दुकानों/भॉर से खयीदायी फढ़ेगी। रोगो कक

ऩानी व बफजरी सॊफॊधी शिकामते कापी कभ हो जाएगी

सकेगा। आहटिकपशिअर इॊटेशरजेंस के भाध्मभ से सेंसय आधारयत देखयेख होगी क्जससे यखयखाव फेहतय होगा। स्भाटि िहय भें न्मार्मक मार्चकाओॊ की सुनवाई बी िीघ्र हो सकेगी तमोंकक सॊचाय व ऩरयवहन के साधन महाॉ तीव्र हो जाएॊगे फेहतय येर व वामु ऩरयवहन सुववधा शभरेगी क्जससे जनजीवन गर्तभान होगा। तीव्र गर्त से इॊटयनेट सुववधाएॊ शभरेगी क्जससे सोिमर भीडडमा व ई-ऩत्र ऩबत्रकाओॊ का प्रमोग फढ़ेगा। तकनीकी व प्रौद्मोर्गकी के ववकास के चरते साविजर्नक र्चककत्सा सुववधाएॊ उन्नत होंगी। ईराज सफॊधी ववस्तृत जानकायी भयीज के डाटा फैंक भें उऩरब्ध यहेगी।

स्भार्ा ससर्ी के बौगोसरक प्रबाव (Geographical Impact of Smart City)

स्भाटि शसटी शभिन के अॊतगित कई ऐसे कामि ककमे जाएगे क्जनसे िहय ऩय गहया बौगोशरक प्रबाव ऩड़ेगा। स्भाटि शसटी प्रोजेतट भें वृऺायोऩण कामि तेजी से ककमा जाएगा, का ववकास होगा क्जससे िहय की हवा स्वच्छ होगी। फढ़ते

ताऩभान भें बी कुछ कभी आएगी।साविजर्नक स्थरों,

सयकायी दफ्तयों व घयों ऩय वषाि जर सॊग्रहण समत्र रगेंगे तथा अर्नमशभत रूऩ से ट्मूफवेर (नरकूऩों) की खुदाई नहीॊ होगी इन दोनो के सक्मभशरत प्रबाव से िहय भें बूशभगत जर का स्तय ऊॉचा उिेगा।स्भाटि िहय भें नई व्मवक्स्थत सीवयेज राइनें बफछ जाने से सीवयेज व नाशरमों की सभस्मा नहीॊ यहेगी साथ ही नाशरमों का गॊदा ऩानी जरािमों भें नहीॊ जाएगा क्जससे झीरे स्वच्छ यहेंगी। झीर सॊयऺण हेतु बी ऩुयता इॊतजाभ ककमे जाएॉगे। स्भाटि िहय भें साप सपाई ऩय वविेष ध्मान हदमा जा यहा है इसके तहत गशरमाॉ साप सुथयी यहेंगी, कचये के ढेय नहीॊ रगेंगे उसका सही र्नस्तायण होगा। वतावयण इतना स्वच्छ यहेगा कक फीभारयमों भें कभी आएगी।स्भाटि शसटी भें वाहनों

के शरए प्रदूषण र्नमॊत्रण का प्रभाण ऩत्र अर्नवामि हो जाएगा,

प्रदूषण कयने वारी पैक्तरमों िहय भें नहीॊ यहेंगी इससे वामु प्रदूषण का स्तय िहय भें कापी कभ हो जाएगा। रॉउड स्ऩीकय का अनुभ ऩूविक र्नधािरयत सभम अवर्ध भें ही ककमा जाएगा इससे ध्वर्न प्रदूषण ऩय बी र्नमॊत्रण यहेगा। स्भाटि शसटी भें बौगोशरक सॊतुरन फना यहेगा तमोंकक सौय ऊजाि व ऩवन ऊजाि समॊत्रों का प्रमोग फढ़ेगा, प्राकृर्तक सॊसाधनों का उर्चत व वैऻार्नक प्रमोग होने रगेगा साथ ही सबी र्नभािण कामि ऩारयक्स्थर्तकी को ध्मान भें यखकय ककमे भकानों भें दयाये आ सकती है औय जभीन बी ढीरी ऩड़ सकती है।

स्भार्ा ससर्ी कामािभ भें चुनौनतमाॊ (Challenges in Smart City Program)

स्भाटि शसटी कामििभ की सपरता तबी सॊबव है

जफ की र्नजी औय याजकीम ऺेत्र की सॊस्थाएॊ सक्मभशरत रूऩ से ऩीऩीऩी भॉडर के तहत कामि कयें। तबी नवर्नशभित बवन चौयाहों इत्माहद का फेहतय यखयखावहो सकेगा।

जनता के सहमोग के बफना स्भाटि शसटी कामििभ

को सपर नही फनामा जा सकता। कई याजनीर्तक दर स्भाटि शसटी कामिका र्नजी स्वाथि वि ववयोध कयते हैं। मे जगह जगह धयना प्रदििन बी कयते हैं क्जसके कायण कामि फार्धत होता है औय र्नष्ऩादन भें देयी होती है। इससे सभम के साथ-साथ रागत बी फढ़ जाती है।

स्भाटि शसटी कामििभ के सपर सॊचारन के शरए

जनसभूह से सॊफॊर्धत एक वविार डेटाफेस ववववध आमाभों ऩय उऩरब्ध होना जरूयी है. साथ ही इसकी ऩूणि सुयऺा बी तम की जानी चाहहए क्जससे कक साइफय हैककॊग से कोई खतया ना हो।

ववशबन्न सुववधाओॊ एवॊ सेवाओॊ को इॊटयनेट से

जोड़ना औय अऩडेट कयना बी एक फड़ा चुनौतीऩूणि कामि है। तबी एक भोफाइर एप्रीकेिन के भाध्मभ से सॊऩूणि स्भाटि शसटी की जानकायी जनता को शभर सकेगी।स्भाटि शसटी

कामििभ को स्थानीम जरवामु (ऩारयक्स्थर्तक)

औय बूगोर को ध्मान भें यखकय ही तैमाय ककमा जाना चाहहए। इसके शरए स्थानीम बूगोरवेत्ताओॊ को स्भाटि शसटी शभिन से जोड़ना फहुत आवचमक है।

क्जन सस्थाओॊ को स्भाटि शसटी कामििभ का कामि

िेके ऩय हदमा गमा है उनभें बी कई फाय सवेदनहीनता देखी गई इससे जन आिोि फढ़राहै।

स्भाटि शसटी कामििभ के शरए धनयाशि बी तुयॊत

नहीॊ आती क्जससे काभ धीभा ऩड़ जाता है मा रुक जाता है।

ग्रन्त्थसूची

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कोभर्ननोस एन. काकडेंट सी औय टीमयकोऩोरोस, ऩी (2010.) स्भाटि के भाध्मभ से सतत िहयी ववकास को फढ़ाना दृक्ष्टकोण: िहय, वॉल्मूभ। 41, ऩीऩी-83-811वॉल्मूभ 9. ऩीऩी 140-100

एॊथोऩोरोस एरजी (2014) स्भाटि शसटी डोभेन को सभझना:

एक भीटय की सभीऺा। इन राॊसपॉशभिंग शसटी गवनिभेंट्स पॉय सतसेसपुर स्भाटिशसटीज, क्स्प्रॊगय चाभ, क्स्वट्जयरैंड, ऩीऩी. 9-21। औन सी. (2013) द स्भाटि शसटी कॉभयस्टोन अफिन एकपशिएॊसी, चनाइडय इरेक्तरक रूइर-भैक्ल्भसन, फ्राॊस फाककसी टी., अरभीयार ई., वेमयहैभ जे. (2013) ए स्भाटि शसटी इर्नशिएहटव: द केस ऑप फाशसिरोना। जनिर नॉरेज इकोनॉभी, वॉल्मूभ। 4, ऩीऩी-135-148। फारकृष्ण सी (2012)। स्भाटि शसटी सेवाओॊ औय अनुप्रमोगों के शरए प्रौद्मोर्गककमों को सऺभ फनाना। नेतस्ट जनयेिन भोफाइर एक्प्रकेिन, सवविसेज एॊड टेतनोरॉजीज, ऩेरयस, फ्राॊस, ऩीऩी ऩय छिे अॊतयािष्रीम समभेरन की कामिवाही भें 223-227 फायफा सी.. भाटेओस एभ. फोटो, ऩी. भेझय, ए, इगाटुिआ (2012) एभए। VANETS के शरए स्भाटि िहय चेतावनी सॊदेिों, मातामात आॊकड़ों औय फुविभान मातामात योिनी का उऩमोग कय यहा है। फुविभान वाहनों की सॊगोष्िी की कामिवाही भें, अल्कारा डी हेनायेस, स्ऩेन, ऩीऩी। 902- 907। अयाघी ऩी. फयभुडेज़-एडो, एर. औय टोन्जेस ऩी (2015) स्भाटि िहयों भें डेटा की गुणवत्ता के शरए चुनौर्तमाॊ, जनिर डेटा तवाशरटी, वॉल्मूभ। 6, एन। 2-3, ऩृ. 1-4। फावनी एन., िमसी जनिरा। (2015) स्भाटि शसटी आककिटेतचय: ववजन एॊड चुनौर्तमाॊ। इॊटयनर जनिर एडवाॊस कॊप्मूटय साइॊस, वॉल्मूभ। 6.

Corresponding Author

डॉ. हवा ससॊह मादव*

एसोशसएट प्रोपेसय, याजकीम भहाववद्मारम, नायनौर