केदारनाथ सिंह प्रेम के अनुभव विलक्षण
The Unique Experience of Love in Kedarnath Singh Prem's Poetry
by Dr. Sheena Prabhakaran*,
- Published in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education, E-ISSN: 2230-7540
Volume 15, Issue No. 3, May 2018, Pages 700 - 703 (4)
Published by: Ignited Minds Journals
ABSTRACT
केदारनाथ सिंह प्रेम के माध्यम से मानवीय संबंधें को जोड़ते हैं। उन्होंने प्रकृति-चित्राण की भाँति प्रेम को भी काव्यात्मक रूप दिया है। विश्वनाथ प्रसाद तिवारी लिखते हैं कि ‘‘इन गीतों की जमीन तो वही है अर्थात् प्यार और प्रकृति पर कवि ने इस जमीन को एक नयी ओर निजी आभा प्रदान की है। वह प्यार और प्रकृति के उन अछूते रूपों का स्पर्श करता है जिन पर अन्य कवियों की द्रष्टि नहीं गयी थी। कवि का प्रेम अनुभव विलक्षण है। उसे चिंता इस बात की है कि समकालीन हिंदी कविता में प्रेम की उपस्थिति अल्पमात्रा में है।
KEYWORD
केदारनाथ सिंह प्रेम, मानवीय संबंधें, प्रकृति-चित्राण, काव्यात्मक रूप, प्यार