[1]
2018. संत जगजीवनदास की दार्शनिक प्रासंगिकता: अपनी बुद्धि के कारण ही मानव विश्व की अन्य वस्तुओं को देखकर उनके स्वरूप को जानने की चेष्टा. Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education. 15, 9 (Oct. 2018), 521–525.