डॉक्टर राही मासूम रज़ा के उपन्यासों में निरूपित धर्म
Exploring the religious consciousness in the novels of Dr. Rahi Masoom Raza
Keywords:
डॉक्टर राही मासूम रज़ा, धर्म, सामाज सुधार, हिंदी साहित्य, धार्मिक भावना, उपन्यास, चरित्र, साहित्यकारों, धार्मिक प्रभावAbstract
धर्मिक चेतना का मुख्य कार्य समाज के सामने धर्म का वास्तविक स्वरूप प्रस्तुत करता है। जिससे धर्म का सही अर्थ जान सकें। हिंदी साहित्य में कई साहित्यकारों ने साहित्य के माध्यम से समाज सुधार का पवित्र कार्य किया। राही मासूम रज़ा भी इस प्रकार के धार्मिक प्रभाव से अछूते नहीं थे, इसलिए ‘राही’ की धार्मिक भावना धर्मनिरपेक्ष है। उनके उपन्यासों के सभी चरित्र धार्मिक चेतना से भरे हैं।Published
2019-02-01
How to Cite
[1]
“डॉक्टर राही मासूम रज़ा के उपन्यासों में निरूपित धर्म: Exploring the religious consciousness in the novels of Dr. Rahi Masoom Raza”, JASRAE, vol. 16, no. 2, pp. 386–388, Feb. 2019, Accessed: Dec. 25, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/10137
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Articles
How to Cite
[1]
“डॉक्टर राही मासूम रज़ा के उपन्यासों में निरूपित धर्म: Exploring the religious consciousness in the novels of Dr. Rahi Masoom Raza”, JASRAE, vol. 16, no. 2, pp. 386–388, Feb. 2019, Accessed: Dec. 25, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/10137






