संधिवात - कारण लक्षण और निसर्गोपचार
उपचार और संरक्षण के उपाय
Keywords:
संधिवात, कारण, लक्षण, निसर्गोपचार, वायु, आयुर्वेद, ग्रंथो, रोग, बालक, वृद्धAbstract
संधिवात यह एक रोग समुह है जिसका विश्लेषण व रोग कारण ‘वायु’ है यह वर्णन आयुर्वेद ग्रंथो में मिलता है यह रोग इतना भयानक और इतना दुख दायी है कि इस रोग से ग्रस्त रोगी की परेशानी देखकर मजबूत लोगों का कलेजा काँप जाता है यह रोग बालक, वृद्ध, युवक, स्त्री, को हो सकता हैं शिशिर त्रुतु में इसकी परेशानी काफी बढ़ जाती हैं गठिया एक दुराग्रही, कृतध्न और उपद्रवी रोग हैPublished
2019-05-01
How to Cite
[1]
“संधिवात - कारण लक्षण और निसर्गोपचार: उपचार और संरक्षण के उपाय”, JASRAE, vol. 16, no. 6, pp. 1671–1674, May 2019, Accessed: Jul. 16, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/11613
Issue
Section
Articles
How to Cite
[1]
“संधिवात - कारण लक्षण और निसर्गोपचार: उपचार और संरक्षण के उपाय”, JASRAE, vol. 16, no. 6, pp. 1671–1674, May 2019, Accessed: Jul. 16, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/11613