भारत विभाजनः हिंसा, प्रतिनिधित्व और अनिवार्यता

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में हिंसा, प्रतिनिधित्व और विभाजन की अनिवार्यता

Authors

  • Surender Singh

Keywords:

भारत, विभाजन, हिंसा, प्रतिनिधित्व, अनिवार्यता, अंग्रेजी, हिंदू, मुस्लिम, चुनौती, भारतीय, सभ्यता, संस्कृति

Abstract

भारत विभाजन अंग्रेजों की उस नीति का परिणाम है जो फूट डालो और राज करो के नाम से प्रचलित थी। प्रथम स्वाधीनता संग्राम में हिंदू मुस्लिम एकता अंग्रेजी हुकूमत के लिए एक चुनौती बन गई थी। जिससे उन्होंने महसूस किया कि अगर हमें भारत पर राज करना है तो हमें विभाजन रूपी बीज बोना पड़ेगा। आज उसी विभाजन का परिणाम भारतीय सभ्यता संस्कृति के लिए एक चुनौती बन चुका है।

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Published

2019-06-01

How to Cite

[1]
“भारत विभाजनः हिंसा, प्रतिनिधित्व और अनिवार्यता: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में हिंसा, प्रतिनिधित्व और विभाजन की अनिवार्यता”, JASRAE, vol. 16, no. 9, pp. 577–580, Jun. 2019, Accessed: Sep. 20, 2024. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/12266

How to Cite

[1]
“भारत विभाजनः हिंसा, प्रतिनिधित्व और अनिवार्यता: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में हिंसा, प्रतिनिधित्व और विभाजन की अनिवार्यता”, JASRAE, vol. 16, no. 9, pp. 577–580, Jun. 2019, Accessed: Sep. 20, 2024. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/12266