भक्तिकाल के प्रमुख कवियों के व्यक्तित्व का अध्ययन
A Study on the Personalities of Leading Poets of the Bhakti Era
Keywords:
भक्तिकाल, कवियों, व्यक्तित्व, काव्य, संगीत, लय, ताल, स्वर, यति, गतिAbstract
भक्तिकाल के प्रमुख कवियों के व्यक्तित्व का वर्णन काव्य और संगीत का समन्वित समीकरण यदि कहीं अपने आकर्षण के रूप में दिखाई देता है तो भक्तिकालीन काव्य में लय, ताल, स्वर,यति गति आदि की साधना के बाल पद शैली में इन कवियों ने जो कुछ भी रचा वह परवर्ती कवियों के लिए अनुकरणीय बन गया। इस युग की रचनाओं में काव्य एवं संगीत का सुंदर समन्वय देखा जा सकता है भक्ति काल का अवलोकन करके मध्यकालीन भारतीय संस्कृति का परिचय प्राप्त किया जा सकता है।Published
2021-12-01
How to Cite
[1]
“भक्तिकाल के प्रमुख कवियों के व्यक्तित्व का अध्ययन: A Study on the Personalities of Leading Poets of the Bhakti Era”, JASRAE, vol. 18, no. 7, pp. 143–150, Dec. 2021, Accessed: Sep. 19, 2024. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/13623
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Articles
How to Cite
[1]
“भक्तिकाल के प्रमुख कवियों के व्यक्तित्व का अध्ययन: A Study on the Personalities of Leading Poets of the Bhakti Era”, JASRAE, vol. 18, no. 7, pp. 143–150, Dec. 2021, Accessed: Sep. 19, 2024. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/13623