धर्म और समाज पर डॉ अम्बेडकर के विचार
Keywords:
धर्म, समाज, डॉ अम्बेडकर, विचार, आशा, दृढ विश्वास, आपस में जुड़े हुए, आवश्यक, स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व, न्याय, सच्चा धर्मAbstract
धर्म मनुष्य में आशा और दृढ विश्वास उत्पन्न करता है . धर्म और समाज आपस में जुड़े हुए है ,धर्म मनुष्य के लिए आवश्यक माना गया है . धर्म के नाम पर किसी आडम्बर या पाखंड को स्वीकार नही किया जा सकता . स्वतंत्रता ,समानता , बंधुत्व और न्याय पर आधारित धर्म ही सच्चा धर्म हैReferences
धनन्जय कीर : डॉ . अम्बेडकर लाइफ एंड मिशन (१९६२)
डॉ बी आर अम्बेडकर : राइटिंग एंड स्पीचेज ,वोल .३ (१९८७)
डॉ बी आर अम्बेडकर : राइटिंग एंड स्पीचेज ,वोल .४ (१९८७)
डॉ डी आर जाटव : डॉ अम्बेडकर का धर्म दर्शन (१९९३)
चांगदेव खेरमोड़े : डॉ अम्बेडकर जीवन और चिंतन