जल संसाधन की समस्याएं एवं समाधान सवाई माधोपुर जिला

Authors

  • डॉ. समृद्धि दाधीच अनुसंधान पर्यवेक्षक, भूगोल विभाग, श्री खुशाल दास यूनिवर्सिटी, हनुमानगढ़
  • पवन कुमार अनुसंधान विद्वान, श्री खुशाल दास यूनिवर्सिटी, हनुमानगढ़

Keywords:

जल संसाधन, पानी, जल संकट, भूजल स्तर, भूजल का उपयोग

Abstract

जल संसाधन पानी के वे स्त्रोत हैं जो मानव के लिए उपयोगी हो या जिनके उपयोग की सम्भावना हो। पानी के उपयोग में कृषि, औद्योगिक, घरेलु, मनोरंजन हेतु और पर्यावरणीय गतिविधियों में उपयोग शामिल है। जल एक ऐसा प्राकृतिक संसाधन है जिस पर केवल मानव ही नहीं अपितु वनस्पति व सम्पूर्ण जीव जगत निर्भर है। राजस्थान जैसे राज्य के लिए जल का महत्व और भी बढ़ जाता है, क्योंकि इसका आधे से अधिक भाग शुष्क व अर्दशुष्क है, जहाँ वार्षिक वर्षा का औसत 25 से.मी. से कम है। प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन तथा वर्षा की कमी से प्रदेश में जल संकट के हालात सामने आ रहे हैं व भूजल की अंधाधुन्ध निकासी तथा वर्षा जल से भूजल पुनर्भरण में गिरावट के परिणामस्वरूप प्रदेश का भूजल स्तर तेजी से गिरने से गहराई में भूजल खारा हो गया है व कई गाँवो में फ्लोराइड की मात्रा बढ़ती जा रही है जो की 6 पीपीएम से अधिक है। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा 1783 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 1497 मिलियन घनमीटर हो गई है। भूजल के उपयोग में वृद्धि के फलस्वरूप 1995 में औसत 12.17 मीटर गहराई पर मौजूद पानी की स्थिति 20 मीटर से ज्यादा गहरी हो गई है। जिले की खंडार पंचायत समिति संवेदनशील श्रेणी में है, बाकि अन्य पंचायत समिति बामनवास, बोंली, गंगापुर सिटी और सवाई माधोपुर अतिदोहित श्रेणी में है। प्रस्तुत पेपर में मैंने यादृच्छिक प्रतिचयन विधि का प्रयोग किया है, जिसके माध्यम से जिले की जल संसाधन की स्थिति, समस्याओं व निदान के उपाय प्रस्तुत किये हैं। गिरते भूजल स्तर के समाधान के लिए वर्षा जल संग्रहण, फव्वारा व बूंद-बूंदसिंचाई पद्धति, उद्योगों में जल का पुनः उपयोग हेतु रिसायकलिंग करना व कृत्रिम भूजल पुनर्भरण बनवाना आदि द्वारा संभव है।

References

District Census Handbook Sawai Madhopur (1991, 2001,a nd 2011). Census of India.

Ground Water Scenario Sawai Madhopur District (2011). Central Ground Water Board, Govt. of India.

Hydrogeologicala tlas of Rajasthan. Sawai Madhopur district. Ground Water Department, Rajasthan.

Ratna Reddy, V (2010). Water Sector Performance under Scarcity Conditions:a Case Study of Rajasthan, India.

Central water Board, Ministry of Water Resources, Government of India.

Ground Water Fluoride Distribution. European Union State Partnership Program. Ground Water Department, Rajasthan.

Pragati Vivaranika (2015-16). Public Healtha nd Engineering Department, Rajasthan.

Arora, P., Singhal,A.and Singh,A.P. (2010): Efficient Rain water harvesting in urbana reas.

Mahnet, S.C.(1993): Soila nd water conservation for Improving Land Management in Rajasthan Inter Cooperation of ICE, Jaipur.

Murty, J.V.S.(1995): Watershed Management in India, Weley Western Ltd., New Delhi

Singh,A.P., Chakravarti, S.and Dubey, S.K. (2012): Managing Water Quality ofa River Basin using Fuzzy Water Quality Index

भारत का राष्ट्रीय पोर्टल

जल संसाधन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार

ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्रालय, राजस्थान सरकार

राजस्थान आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय

Downloads

Published

2023-07-01

How to Cite

[1]
“जल संसाधन की समस्याएं एवं समाधान सवाई माधोपुर जिला”, JASRAE, vol. 20, no. 3, pp. 212–217, Jul. 2023, Accessed: Sep. 29, 2024. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/14483

How to Cite

[1]
“जल संसाधन की समस्याएं एवं समाधान सवाई माधोपुर जिला”, JASRAE, vol. 20, no. 3, pp. 212–217, Jul. 2023, Accessed: Sep. 29, 2024. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/14483