वैश्विक जलवायु परिवर्तन का भौगोलिक अध्ययन

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Authors

  • Dr. Ashish Shukla

Keywords:

वैश्विक जलवायु परिवर्तन, भौगोलिक अध्ययन, जलवायु परिवर्तन, वैश्विक समाज, चुनौती, आवश्यकता, औसत तापमान, समुद्र का स्तर, कारण, प्रभाव, उपाय, वैश्विक प्रयास

Abstract

जलवायु परिवर्तन का विषय दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि वर्तमान में वैश्विक समाज के सामने जलवायु परिवर्तन सबसे बड़ी चुनौती है और वर्तमान समय में यह एक बड़ी आवश्यकता बन गई है। आंकड़े बताते हैं कि 19 वीं सदी के अंत से पृथ्वी की सतह का औसत तापमान लगभग 1.62 डिग्री फ़ारेनहाइट (यानी लगभग 0.9 डिग्री सेल्सियस) बढ़ गया है। इसके अलावा, पिछली सदी से समुद्र का स्तर भी लगभग 8 इंच बढ़ गया है। आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि यह जलवायु परिवर्तन के प्रति गंभीरता से सोचने का समय है, इसलिए वैश्विक जलवायु परिवर्तन के कारणों, प्रभावों, उपायों और वैश्विक प्रयासों का इस पत्र में अध्ययन किया गया है।

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Published

2015-04-01

How to Cite

[1]
“वैश्विक जलवायु परिवर्तन का भौगोलिक अध्ययन: -”, JASRAE, vol. 9, no. 18, pp. 1–5, Apr. 2015, Accessed: Jul. 10, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/5631

How to Cite

[1]
“वैश्विक जलवायु परिवर्तन का भौगोलिक अध्ययन: -”, JASRAE, vol. 9, no. 18, pp. 1–5, Apr. 2015, Accessed: Jul. 10, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/5631