औधोगिक विकास में सार्वजनिक बैंकों की भूमिका

औधोगिक विकास में सार्वजनिक बैंकों की भूमिका: नीति और प्रभाव

Authors

  • Pankaj Kumar Singh Research Scholar

Keywords:

औधोगिक विकास, सार्वजनिक बैंकों, भूमिका, विकास, गति

Abstract

स्वतंत्रता के बाद विकास को गति देने, मजबूत और आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था के निर्माण करने लोंगों के जीवन स्तर को ऊँचा उठाने और समानता तथा न्याय पर आधारित सामाजिक व्यवस्था बनाये रखने के उद्देश्य की पूर्ति के लिए देश में 1951 से आर्थिक योजना की नीति को अपनाया है

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Published

2017-01-01

How to Cite

[1]
“औधोगिक विकास में सार्वजनिक बैंकों की भूमिका: औधोगिक विकास में सार्वजनिक बैंकों की भूमिका: नीति और प्रभाव”, JASRAE, vol. 12, no. 2, pp. 17–18, Jan. 2017, Accessed: Aug. 07, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/6198

How to Cite

[1]
“औधोगिक विकास में सार्वजनिक बैंकों की भूमिका: औधोगिक विकास में सार्वजनिक बैंकों की भूमिका: नीति और प्रभाव”, JASRAE, vol. 12, no. 2, pp. 17–18, Jan. 2017, Accessed: Aug. 07, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/6198