औधोगिक विकास में सार्वजनिक बैंकों की भूमिका
औधोगिक विकास में सार्वजनिक बैंकों की भूमिका: नीति और प्रभाव
Keywords:
औधोगिक विकास, सार्वजनिक बैंकों, भूमिका, विकास, गतिAbstract
स्वतंत्रता के बाद विकास को गति देने, मजबूत और आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था के निर्माण करने लोंगों के जीवन स्तर को ऊँचा उठाने और समानता तथा न्याय पर आधारित सामाजिक व्यवस्था बनाये रखने के उद्देश्य की पूर्ति के लिए देश में 1951 से आर्थिक योजना की नीति को अपनाया हैPublished
2017-01-01
How to Cite
[1]
“औधोगिक विकास में सार्वजनिक बैंकों की भूमिका: औधोगिक विकास में सार्वजनिक बैंकों की भूमिका: नीति और प्रभाव”, JASRAE, vol. 12, no. 2, pp. 17–18, Jan. 2017, Accessed: Aug. 07, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/6198
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Articles
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[1]
“औधोगिक विकास में सार्वजनिक बैंकों की भूमिका: औधोगिक विकास में सार्वजनिक बैंकों की भूमिका: नीति और प्रभाव”, JASRAE, vol. 12, no. 2, pp. 17–18, Jan. 2017, Accessed: Aug. 07, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/6198