हरियाणवी लोक नाट्यों का प्रोक्तीय अध्ययन-विश्लेषण
भाषा, साहित्य, और परंपरा के प्रकार
Keywords:
हरियाणवी, लोक नाट्यों, प्रोक्तीय अध्ययन-विश्लेषण, हिन्दी-साहित्य, इतिहासAbstract
लोकनाट्य किसी क्षेत्र विशेष से सम्बन्ध रखने वाले छोटे आकार के नाटकों को कहा जाता है। हरियाणा क्षेत्र के लोक नाट्य हिन्दी-साहित्य के इतिहास में अत्यन्त महत्त्वपूर्ण स्थान रखते हैं।Published
2017-01-01
How to Cite
[1]
“हरियाणवी लोक नाट्यों का प्रोक्तीय अध्ययन-विश्लेषण: भाषा, साहित्य, और परंपरा के प्रकार”, JASRAE, vol. 12, no. 2, pp. 1157–1160, Jan. 2017, Accessed: Aug. 07, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/6402
Issue
Section
Articles
How to Cite
[1]
“हरियाणवी लोक नाट्यों का प्रोक्तीय अध्ययन-विश्लेषण: भाषा, साहित्य, और परंपरा के प्रकार”, JASRAE, vol. 12, no. 2, pp. 1157–1160, Jan. 2017, Accessed: Aug. 07, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/6402