बाड़ादेओ (देवता) और माहूनाग देवता का आपसी सम्बन्ध एवं इनसे सम्बन्धित देव संगीत में समानता

उत्तराखण्ड के शैल-शिखर और देव संगीत का सम्बन्ध

Authors

  • Dr. Kirti Garg

Keywords:

बाड़ादेओ, माहूनाग, देवता, देव संगीत, उत्तराखण्ड

Abstract

शास्त्रों में वर्णित उत्तराखण्ड जहाँ का शैल-शिखर कैलाश पर्वतस्वर्ण, चाँदी एवं विभिन्न प्रकार के अमूल्य पदार्थों का अदभुत एवं विशाल भण्डार अपने विशाल हृदय में संजोय हुए है, जहाँ पर शीतल-निर्मल जल की नदियाँ कल-कल बहती हैं, जहाँ पर शीतल तथा उष्ण जल के विभिन्न छोटे-बड़े जलाशय व झरने बहते हैं, जहाँ पर विभिन्न प्रकार के वृक्ष अपनी मनमोहक सुगन्ध बिखेरतेहैं, जो ऋषि-मुनियों की तपोभूमि है, जहाँ पर पाँडवों ने अज्ञातवास में भ्रमण किया, जहाँ देवी-देवताओं की पूजा-उपासना घर-घर में की जाती है, जहाँ की संस्कृति अपना एक अनूठा स्थान रखती है--- यही है हमारा समृद्ध ‘हिमाचल’।

Downloads

Published

2017-10-06

How to Cite

[1]
“बाड़ादेओ (देवता) और माहूनाग देवता का आपसी सम्बन्ध एवं इनसे सम्बन्धित देव संगीत में समानता: उत्तराखण्ड के शैल-शिखर और देव संगीत का सम्बन्ध”, JASRAE, vol. 14, no. 1, pp. 778–780, Oct. 2017, Accessed: Jul. 23, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/7085

How to Cite

[1]
“बाड़ादेओ (देवता) और माहूनाग देवता का आपसी सम्बन्ध एवं इनसे सम्बन्धित देव संगीत में समानता: उत्तराखण्ड के शैल-शिखर और देव संगीत का सम्बन्ध”, JASRAE, vol. 14, no. 1, pp. 778–780, Oct. 2017, Accessed: Jul. 23, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/7085