हिंदी रूप विश्लेषक में शब्द-भेद टैगर की भूमिका

The Role of Word-Form Analyzer in Hindi Morphological Tagging

Authors

  • Dr. Gita Sahay

Keywords:

शब्द-भेद टैगर, भाषा संसाधन, हिंदी भाषा, मशीनी अनुवाद, रूप विश्लेषक, शोध, व्याकरणिक कोटि, संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया

Abstract

शब्द-भेद टैगिंग (Part of Speech Tagging) प्राकृतिक भाषा संसाधन (Natural Language Processing) का एक महत्वपूर्ण भाग है। हिंदी भाषा के वैश्विक प्रयोग को देखते हुए आज भारतीय संदर्भ में मशीनी अनुवाद की गुणवत्ता में सुधार के लिए निरंतर शोध हो रहे है। रूप विश्लेषक (Morph Analyzer) मशीनी अनुवाद प्रक्रिया का वह हिस्सा है जिसके माध्यम से किसी भाषा में प्रयुक्त होने वाले शब्दों का सूक्ष्म विश्लेषण किया जाता है। इस विश्लेषण में सबसे पहले किसी शब्द की व्याकरणिक कोटि को ज्ञात किया जाता है। शब्द की व्याकरणिक कोटि को ज्ञात करने की इस प्रक्रिया को शब्द-भेद टैगिंग के नाम से जाना जाता है। हिंदी भाषा में संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, क्रिया विशेषण आदि शब्द-भेद की कोटियाँ है।

Downloads

Published

2017-10-06

How to Cite

[1]
“हिंदी रूप विश्लेषक में शब्द-भेद टैगर की भूमिका: The Role of Word-Form Analyzer in Hindi Morphological Tagging”, JASRAE, vol. 14, no. 1, pp. 887–890, Oct. 2017, Accessed: Jul. 24, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/7109

How to Cite

[1]
“हिंदी रूप विश्लेषक में शब्द-भेद टैगर की भूमिका: The Role of Word-Form Analyzer in Hindi Morphological Tagging”, JASRAE, vol. 14, no. 1, pp. 887–890, Oct. 2017, Accessed: Jul. 24, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/7109