सदियों से समाज में चली आ रही परम्पराओं और रूढ़िवादिता का स्त्रियों पर प्रभाव
वर्ग जाति और मानसिकता के प्रभाव का अध्ययन
Keywords:
सती, पुरुषवादी, महिलाओं, मानसिकता, बंधन, मुक्ति, अस्मिता, समाज, धारणा, स्वतंत्रताAbstract
मानसिकता के कारण स्त्री चाहे जिस भी वर्ग जाति समूह की रही हो वह जन्म से ही अपने आपको असहाय और अबला समझकर सदैव पुरुषवादी मानसिकता का शिकार होती रही है। आज समाज में तमाम तरह के बंधनों से जकड़ी महिलाएं स्वयं की मुक्ति और अपनी अस्मिता के लिए देश के हर कोने से आवाज उठा रही हैं।Published
2018-01-01
How to Cite
[1]
“सदियों से समाज में चली आ रही परम्पराओं और रूढ़िवादिता का स्त्रियों पर प्रभाव: वर्ग जाति और मानसिकता के प्रभाव का अध्ययन”, JASRAE, vol. 14, no. 2, pp. 423–429, Jan. 2018, Accessed: Mar. 16, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/7238
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Articles
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[1]
“सदियों से समाज में चली आ रही परम्पराओं और रूढ़िवादिता का स्त्रियों पर प्रभाव: वर्ग जाति और मानसिकता के प्रभाव का अध्ययन”, JASRAE, vol. 14, no. 2, pp. 423–429, Jan. 2018, Accessed: Mar. 16, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/7238